भोपाल। मोबाइल फोन पर बात करने के मुद्दे पर बड़े भाई की फटकार से आहत होकर उत्तर प्रदेश से दो सगी बहनें ट्रेन में बैठकर चल दीं। उसी ट्रेन में सफर कर रहे एक जागरुक व्यक्ति ने शंका होने पर किशोरियों के बारे में आरपीएफ को सूचना दी। आरपीएफ ने उन्हें भोपाल में रेलवे चाइल्ड लाइन के सिपुर्द कर दिया। काउंसलिंग करने के बाद सोमवार को किशोरियों को परिजनों के हवाले कर दिया गया।
रेलवे चाइल्ड लाइन से मिली जानकारी के मुताबिक काउंसलिंग में 16-17 साल की किशोरियों ने बताया कि मोबाइल पर बात करने के कारण उनके बड़े भाई ने उन्हें बुरी तरह डांटा था। इससे आहत होकर उन्होंने घर छोड़ने का इरादा कर लिया और बगैर किसी को कुछ बताए ट्रेन में बैठकर निकल पड़ीं। किशोरियों के बताए पते और नंबर के आधार पर उनके परिवार से संपर्क किया गया। पूरा परिवार बेटियों को ढूंढने में लगा था। फोन पर संपर्क करने पर किशोरियों के भाई ने चाइल्ड लाइन को बताया था कि दोनों बहनें मोबाइल पर दिन-रात बात करती थीं। ऐसे में उनके कहीं किसी गलत संगत में पड़ने की आशंका थी। इस वजह से उसने बहनों को फटकार लगाई थी। बड़ा भाई ही उन्हें लेने भोपाल आया था। रेलवे चाइल्ड लाइन ने काउंसलिंग के दौरान किशोरियों को समझाया कि इस तरह का फैसला कर वे किस तरह मुसीबत में भी फंस सकती थीं। समझाइश के बाद किशारियों ने अपनी भूल स्वीकार की और भविष्य में इस तरह की गलती दोबारा नहीं करने का भरोसा भी दिलाया।