खुद फाइलेरिया रोधी दवाएं खाकर, 12 वर्षीय बच्ची को खिलाई दवाएं :- विधायक ममता देवी।
कार्यक्रम को सफल बनाने में सभी जिले वासी दे अपना योगदान:- विधायक।।। छः दिनों में दस लाख 22 हज़ार 173 लोगो को खिलानी हैं दवा।।
रामगढ़: मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन के तहत 22 फरवरी से 27 फरवरी तक चलने वाले फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम का शुभारंभ विधायक रामगढ़ ममता देवी ने दीप प्रज्वलित कर किया। कार्यक्रम के दौरान सिविल सर्जन डॉक्टर साथी घोष सहित जिले के अन्य वरीय पदाधिकारियों ने विधायक, रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र ममता देवी सहित अन्य अतिथियों का पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया।
*कार्यक्रम के दौरान विधायक ने सरकार के इस प्रयास को धन्यवाद देते हुए कहा कि यह कार्यक्रम वर्षों से चला आ रहा है। पल्स पोलियो की तरह ही फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम भी काफी महत्वपूर्ण है। 6 दिनों के इस कार्यक्रम में शुरू के 3 दिन बूथ पर जाकर लोग फाइलेरिया रोधी दवाएं खा सकते हैं, जिसके उपरांत स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा घर-घर जाकर फाइलेरिया रोधी दवाई खिलाई जाएंगी।
इस वर्ष रामगढ़ जिले में कुल 10,22,173 लोगों को फाइलेरिया रोधी दवाएं खिलाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, अक्सर देखा जाता है कि लोग दवाई ले तो लेते हैं लेकिन उसे खाते नहीं, इस संबंध में उन्होंने सभी स्वास्थ्य कर्मियों से लोगों को अपने सामने ही फाइलेरिया रोधी दवाएं खिलाने की अपील की। इसके साथ ही विधायक ने जिला प्रशासन द्वारा नुक्कड़ नाटक, प्रचार वाहन सहित अन्य माध्यमों का उपयोग करते हुए जिस प्रकार से फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम का व्यापक प्रचार प्रसार किया है उसके लिए उनका धन्यवाद दिया।
कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए विधायक ममता देवी ने सबसे पूर्व स्वयं फाइलेरिया रोधी दवाएं खाई, जिसके उपरांत उन्होंने 12 वर्षीय बच्ची को फाइलेरिया रोधी दवाई खिलाते हुए सभी लोगों के लिए कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस दौरान कार्यक्रम में मौजूद सभी लोगों ने भी फाइलेरिया रोधी दवाएं ली।
कार्यक्रम के दौरान सिविल सर्जन डॉक्टर साथी घोष ने कहा कि फाइलेरिया मच्छर के काटने से होता है। शुरुआत के कुछ सालों में इसका असर पता नहीं चलता, लेकिन आगे चलकर यह भयानक रूप ले लेता है, इसलिए यह बहुत जरूरी है कि रामगढ़ जिले के सभी लोग (1 वर्ष से कम आयु के बच्चों, गर्भवती महिलाओं तथा गंभीर रूप से बीमार व्यक्तियों को छोड़कर) अनिवार्य रूप से फाइलेरिया रोधी दवाएं लें।
वीबीडी कंसलटेंट श्रीमती संज्ञा सिंह ने बताया कि वर्ष 2020 में कोरोना महामारी के दौरान भी रामगढ़ जिले में फाइलेरिया संबंधित सर्वे किया गया, जिसके उपरांत जिले में फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम मनाने का निर्णय लिया गया। इस कार्यक्रम में सबसे जरूरी है कि सभी लोग स्वयं सामने आकर कार्यक्रम मैं भाग ले एवं फाइलेरिया रोधी दवाएं लें।
चिकित्सा पदाधिकारी सदर अस्पताल सह नोडल पदाधिकारी एमडीए प्रोग्राम डॉ एस पी सिंह एवं प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी रामगढ़ डॉक्टर ठाकुर मृत्युंजय कुमार सिंह ने फाइलेरिया बीमारी के संबंध में विस्तार से जानकारी दी, इसके साथ ही उन्होंने कहा कि फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के आखिरी दिन यानी 27 फरवरी को सदर अस्पताल रामगढ़ में फाइलेरिया के कारण होने वाली हाइड्रोसील बीमारी का निशुल्क जांच व ऑपरेशन शिविर का आयोजन किया जाएगा।