ग्वालियर: केंद्र सरकार ने सोमवार को अपना आम बजट पेश किया। बजट में स्वास्थ्य को लेकर केंद्र सरकार ने 64 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। वहीं, प्रधानमंत्री आत्मनिर्भर स्वास्थ्य भारत योजना की शुरुआत करने की घोषणा बजट के दौरान दी गई।
स्वास्थ्य बजट को लेकर मध्य प्रदेश मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन नाखुश नजर आ रही है। टीचर्स एसोसिएशन का कहना है कि केंद्र सरकार मेडिकल टीचर्स और डॉक्टर के बारे में कुछ नहीं सोच रही।
डॉक्टर्स और पैरा मेडिकल स्टाफ कोरोना महामारी के दौरान देश के लिए रीड़ की हड्डी साबित हुए थे। मध्य प्रदेश मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. सुनील अग्रवाल ने कहा कि आम बजट में स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर सरकार ने अच्छा कदम उठाया है, लेकिन स्वास्थ्य बजट से ये साबित होता है कि सरकार की सोच सिर्फ नए हॉस्पिटल बिल्डिंग और नए उपकरण लाने तक है।
सरकार हेल्थ वर्कर्स जिनमें डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ, मेडिकल टीचर्स स्टाफ के बारे में कुछ नहीं सोच रही। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ ने फ्रंट वॉरियर्स की भूमिका निभाई थी, लेकिन केंद्र सरकार ने आम बजट में हेल्थ वर्कर्स को कोई सुविधा नहीं दी है।