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इस्लामाबाद: भारत और इसके चिर-प्रतिद्वंद्वी देश पाकिस्तान के बीच खेल, राजनीति और कूटनीति समेत लगभग हर मोर्चे पर द्वंद्व कोई नई बात नहीं है। लेकिन अब दोनों के बीच जिस विषय पर रस्साकशी तेज हुई है वह है बासमती चावल।
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वैसे तो पाकिस्तान ने बासमती चावल के लिए जी.आई. (जिओग्राफिकल इंडिकेटर) टैग हासिल कर लिया है जो बासमती चावल के उत्पत्ति-स्थल को लेकर यूरोपीय संघ (ई.यू.) में इसकी दावेदारी को मजबूत बना सकता है, मगर भारत ने भी ई.यू. में इस बात के लिए आवेदन दाखिल कर दिया है कि उसे बासमती का उत्पत्ति-स्थल घोषित किया जाए।
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बहरहाल, एक आधिकारिक सूत्र ने इसकी पुष्टि की है कि पाकिस्तान ने 26 जनवरी, 2021 को जी.आई. टैग हासिल कर लिया है। इससे पाकिस्तान को ई.यू. में भारत के खिलाफ अपना पक्ष मजबूती से रखने में मदद मिलेगी। बासमती के लिए ई.यू. में अपना जी.आई. टैग रजिस्टर करवा कर पाकिस्तान ने भारत के दावे को चुनौती दी है। अब वह ई.यू. में बासमती के लिए उसी संरक्षण की मांग करेगा जैसा कि भारत कर रहा है।
अधिकारी ने बताया कि चूंकि अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में बासमती की कीमत ज्यादा मिलती है, अतएव भारत ने ई.यू. में पाकिस्तान के कारोबार में यह कहकर रोड़ा डालने की कोशिश की कि उसका बासमती असली है।