Logo
ब्रेकिंग
ले*वी के लिए ठेकेदारों को धम*की देने वाले पांडे गिरोह के चार अपरा*धी गिर*फ्तार रामगढ़ पुलिस ने लेवी के लिए हमले की योजना बना रहे मुखलाल गंझु को हथियार के साथ किया गिरफ्तार बालू खनिज के अवैध खनन व परिवहन पर 1 हाईवा वाहन को किया गया जब्त, प्राथमिकी दर्ज। जरुरतमंदों व गरीबो के लिए 31 अगस्त से शुरू होगा "खाना बैंक" इनलैंड पॉवर लिमिटेड ने कई विद्यालय को दिए वॉटर प्यूरीफायर, सेनेटरी पैड व लगाए पौधे Congress प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश का जिला अध्यक्ष जोया परवीन ने किया स्वागत Kids world स्कूल में सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ धूमधाम से मनाया गया श्री कृष्ण जन्माष्टमी कलर बेल्ट कराटे ग्रेडेशन के दौरान प्रतिभागियों ने कराटे के तकनीकों का प्रदर्शन किया! सांसद मनीष जायसवाल ने मंडईखुर्द वासियों से किया वादा निभाया Royal mens parlour का बरकाकाना मार्केट कांप्लेक्स में हुआ उद्घाटन!

कृषि मंत्री तोमर ने कहा- किसानों को जिस प्राविधान पर आपत्ति है, उस पर हम चर्चा को तैयार

भोपाल। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने सोमवार को मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिला मुख्यालय पर मीडिया से चर्चा में कहा कि ‘हमने किसान यूनियन से बार-बार आग्रह किया है कि आपको नए कृषि कानून के जिस प्राविधान पर आपत्ति है, हमें बताए व चर्चा करें। हम चर्चा के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। 15 जनवरी को वार्ता का अगला दौर है। मुझे आशा है कि उस दिन किसान यूनियन के लोग चर्चा को आगे बढ़ाएंगे। उम्मीद है हम समाधान करने में सफल हो सकेंगे।’

तोमर ने कहा- सरकार ने विचार करने का प्रस्ताव किसान यूनियन के समक्ष रखा

तोमर सोमवार शाम राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह सुरेश सोनी के निवास पर उनकी माता जी के निधन पर शोक व्यक्त करने पहुंचे थे। उन्होंने कहा- किसानों की बात को समझकर जो आवश्यक संशोधन किए जा सकते हैं, उन पर सरकार ने विचार करने का प्रस्ताव किसान यूनियन के समक्ष रखा है।

टिप्पणी करना ठीक नहीं

कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह ने कहा कि जब कानून पर चर्चा होगी तभी तो यह पता चलेगा कि कौन सा प्रावधान किसानों के खिलाफ है। अदालत में जब चर्चा चल रही है, तो उस पर टिप्पणी करना ठीक नहीं है।

तोमर ने कहा- सुप्रीम कोर्ट का फैसला सर्वोपरि

सुप्रीम कोर्ट में हुई सुनवाई पर केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि कोर्ट मंगलवार को फिर सुनवाई करेगा। सुप्रीम कोर्ट का फैसला सर्वोपरि है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने किसानों के साथ कई दौर की बातचीत की और कोशिश की कि रास्ता निकल आए। नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि जो किसान यूनियन का मत है, उस दृष्टि से कई प्रस्ताव भी उनको दिए गए, लेकिन उनके मन में कानून वापस लेना ही है, इसलिए किसी फैसले पर हम नहीं पहुंच पाए।