भोपाल: मध्य प्रदेश में 2021 के पहले दूसरे महीने होने वाले निकाय चुनाव में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) भी अपने उम्मीदवार उतार सकती है। राज्य में नई शुरुआत के लिए AIMIM सभी नगरीय निकाय पर चुनाव न लड़कर मुस्लिम बाहुल्य शहरों से करेगी। इसका सीधा सीधा असर मध्य प्रदेश भाजपा और कांग्रेस को होने वाला है। क्योंकि अभी तक निकाय चुनावों में भाजपा का दबदबा रहता था और वहीं उपचुनाव में हार का मुंह देख चुकी कांग्रेस को भी निकाय चुनावों से ही आस थी।
AIMIM के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष नईम अंसारी की मानें तो हैदराबाद से पार्टी के पर्यवेक्षक इन दिनों मध्यप्रदेश के अलग-अलग इलाकों में इंटरनल सर्वे कर रहे हैं। जिनमें रतलाम, इंदौर, खरगोन और बुरहानपुर में सर्वे हो चुका है। बताया जा रहा है कि AIMIM के मध्यप्रदेश प्रभारी सैयद मिन्हाजुद्दीन दौरे पर हैं और फिलहाल भोपाल, इंदौर, रतलाम-जावरा, खरगोन, खंडवा, बुरहानपुर और जबलपुर में सर्वे किया जाएगा और इन शहरों में पार्टी चुनाव लड़ सकती है। हालांकि सर्वे की रिपोर्ट हैदराबाद पहुंचने के बाद ही पार्टी आलाकमान तय करेगा कि इन 6 शहरों में ही निकाय चुनाव लड़ना है या अन्य शहरों में भी चुनाव लड़ना है।
आपको बता दें कि अभी तक मध्यप्रदेश के निकाय चुनावों में बीजेपी और कांग्रेस ही बड़ी पार्टियों के तौर पर चुनाव लड़ती है और ज्यादातर सीटों पर भाजपा का ही दबदबा रहता है। वहीं AIMIM ने मध्यप्रदेश में कोई भी चुनाव नहीं लड़ा है और यदि निकाय चुनाव में AIMIM उम्मीदवार उतारती है तो इसे पार्टी की शुरुआत माना जाएगा। वहीं सूत्रों की माने तो कांग्रेस के कई नाराज विधायक उनके संपर्क में हैं।