Ramgarh कॉलेज में हुआ छात्रावास का उद्घाटन, सुदूरवर्ती क्षेत्र के स्टूडेंट्स उठा सकेंगे लाभ
करीब 25 छात्र कॉलेज परिसर में ही रहकर अपनी पढ़ाई पूरी करेंगे
रामगढ़ : जिले के एकमात्र अंगीभूत महाविद्यालय में आज छात्रावास का उद्घाटन हुआ जिसमें पहुंचे वाइस चांसलर उपायुक्त छात्र सहित कॉलेज के प्राचार्य ने कहा वैश्विक संक्रमण के दौर में सुदूरवर्ती क्षेत्र के छात्र यहां रह कर पढ़ाई करेंगे जिससे उनका जीवन स्तर बेहतर होगा। रामगढ़ महाविद्यालय रामगढ़ में आज बिरसा मुंडा छात्रावास का उद्घाटन हुआ।
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विनोबा भावे के वाइस चांसलर एवं विशिष्ट अतिथि जिले के उपायुक्त के साथ कॉलेज प्रबंधन के कई गणमान्य व्यक्तियों के अलावा छात्र भी उपस्थित थे। रामगढ़ महाविद्यालय रामगढ़ जिले का एकमात्र ऐसा अंगीभूत कॉलेज है जिसमें आज जिले में पहली बार भगवान बिरसा मुंडा छात्रावास का उद्घाटन हुआ। इस छात्रावास में करीब 25 छात्र कॉलेज परिसर में ही रहकर अपनी पढ़ाई पूरी करेंगे। इस नवनिर्मित भगवान बिरसा मुंडा छात्रावास के उद्घाटन का मुख्य उद्देश्य सुदूर क्षेत्रों में रहने वाले छात्राओं को सुविधा प्रदान करना है जो कॉलेज परिसर में ही रह कर अपनी पढ़ाई पूरा कर सकें ताकि वे पढ़ाई में अव्वल आकर देश का नाम विश्व स्तर पर रोशन करें। इस मौके पर मुख्य अतिथि डॉक्टर मुकुल नारायण देव ने कहा कि नए छात्रावास का उद्घाटन हुआ है जैसा कि सभी को मालूम है कि इसमें गांव के छात्र रह कर पढ़ाई करेंगे खासकर अभी कोरोना का समय चल रहा है जिससे वे छात्र बाहर कहीं भी रह कर पढ़ाई नहीं कर पाते हैं, बच्चे यहां स्वतंत्र रूप से रह कर पढ़ाई करेंगे तो सोशल डिस्टेंस का भी पालन होगा ।
मौके पर विशिष्ट अतिथि के रूप में पहुंचे जिले के उपायुक्त संदीप सिंह ने बताया कि भगवान बिरसा मुंडा के नाम से छात्रावास का उद्घाटन यहां हुआ है जिसका मुख्य उद्देश्य दूरस्थ जगहों से आने वाले छात्रों को एक सुविधा देना है ।
मौके पर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ मिथिलेश सिंह ने बताया कि छात्रावास का मकसद उसके नाम नहीं छुपा हुआ है कि छात्रों के लिए आवास, यह जिले का एकमात्र एक मात्र अंगीभूत महाविद्यालय है जिसमें दूरदराज से भी छात्र आकर पढ़ाई करते हैं, अभी 15 से 20 छात्र रह कर पढ़ाई करेंगे, फिर आगे इसे बढ़ाकर भविष्य में 200 छात्रों के रहने लायक किया जाएगा । कार्यक्रम में पहुंचे एक छात्र ने बताया कि बिरसा मुंडा छात्रावास का उद्घाटन हुआ है । जिसके माध्यम से सुदूरवर्ती क्षेत्र के छात्र अब यहां रह कर पढ़ाई करेंगे क्योंकि महाविद्यालय में ऐसे बहुत से छात्र हैं जो सुदूरवर्ती क्षेत्र से आते हैं और उनके पास आने जाने के लिए भाड़ा भी उपलब्ध नहीं होता है ।