NEET में #रामगढ़ के दो भाई ने ने पहली बार मे ही सफलता प्राप्त करने का गौरव हासिल किया
प्रतीक देश में 303 रैंक लाकर झारखंड टॉपर हुआ तो प्रत्यूष ने 632 रैंक लाकर माता पिता को आश्चर्य चकित कर दिया
रजरप्पा : ऑल इंडिया मेडिकल एन्ट्रेंस एग्जाम NEET में रामगढ़ के प्रतीक ने पहली बार मे ही झारखंड टॉपर होने का गौरव हासिल किया और उनके भाई ने भी पूरे देश मे 632 रैंक लेकर अपने चिकित्सक माता पिता को आश्चर्य चकित कर दिया, ये दोनों भविष्य में चिकित्सक बनकर देश की सेवा करना चाहते हैं।
रामगढ़ जिले के चितरपुर स्थित मातृका सदन में रहने वाले दो जुड़वा भाई प्रतीक सिंह और प्रत्यूष सिंह ने ऑल इंडिया मेडिकल इंट्रेंस एग्जाम में प्रवेश लेकर अपने प्रदेश का नाम रोशन किया है। प्रतीक सिंह ने पूरे देश में 303 रैंक लाकर झारखंड टॉपर होने का भी गौरव हासिल किया है दूसरी तरफ इनके भाई प्रत्यूष सिंह ने भी 632 रैंक लाकर अपने माता-पिता के सपनों को साकार किया है।
प्रतीक एवं प्रत्यूष के माता पिता रामगढ़ में डॉक्टर सविता सिंह एवं डॉक्टर एसपी सिंह दोनों चिकित्सक मातृका सदन नाम के एक छोटे अस्पताल का संचालन करते हैं। बच्चों की सफलता से खुश होकर उनकी माता डॉक्टर सविता सिंह ने बताया कि आज नवरात्र के प्रथम दिन मुझे मां का आशीर्वाद मिला है, उन्होंने यह भी कहा कि बच्चों के ऊपर प्रेशर ना बनाएं उन्हें स्वेक्षा से पढ़ने दे इसी वजह से मेरे दोनों बच्चे शुरू से ही मेधावी रहे हैं 10th एवम 12th में भी इन दोनों ने 97 प्रतिशत मार्क्स लाकर सबको चकित किया था अब यह दोनों चिकित्सक बनकर देश की सेवा करना चाहते हैं l दोनों भाइयों के इस सफलता की चर्चा पूरे क्षेत्र में फैल गई है पड़ोसी उन्हें आकर गुलदस्ता दे रहे हैं और माता-पिता उन्हें मिठाई भी खिला रहे हैं, बच्चों की प्रतिभा से आह्लादित होकर उनके चिकित्सक पिता ने बताया कि मेरे बच्चे शुरू से ही मेधावी रहे हैं और अब एक झारखंड टॉपर हुआ तो दूसरे ने ऑल इंडिया में एक अच्छा रैंक हासिल किया है जो मेरे लिए गर्व की बात है, और आज नवरात्र के प्रथम दिन मां का आशीर्वाद भी मिला है मुझे क्योंकि हम सभी शुरू से ही मां छिन्नमस्तिके के क्षेत्र में रहकर अपनी सेवा लोगों के बीच दे रहे हैं l
मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम में पूरे ऑल ओवर इंडिया में 303 रैंक लाकर झारखंड टॉपर बनने वाले प्रतीक सिंह ने बताया कि मैं एक चिकित्सक बन कर जन सेवा करना चाहता हूं l
प्रतीक के छोटे भाई प्रत्युष सिंह ने बताया कि देश की आबादी बहुत ज्यादा है उस हिसाब से हमारे देश में डॉक्टर की संख्या बहुत ही कम है मैं चिकित्सक बनकर अपनी सेवा देश के लिए देना चाहता हूं साथ ही प्रधानमंत्री जी जो युवकों को आगे पढ़ने के लिए मोटिवेट कर रहे हैं इसका भी मुझे लाभ मिला है l