Logo
ब्रेकिंग
रामगढ़ में सड़कों पर खुलेआम पशुओं को छोड़ने वाले मालिकों की अब खैर नहीं! बिजुलिया तालाब का होगा सौंदर्यीकरण, विधायक सुनीता चौधरी ने किया शिलान्यास, बोटिंग, सिटिंग, झूले और भ... नशे के सौदागरों के विरुद्ध रामगढ़ पुलिस की बड़ी कार्रवाई, 2 करोड़ से अधिक का गांजा जप्त, एक गिरफ्तार मॉबली*चिंग के खिलाफ भाकपा-माले ने निकाला विरोध मार्च,किया प्रदर्शन छावनी को किसान सब्जी विक्रेताओं को अस्थाई शिफ्ट करवाना पड़ा भारी,हूआ विरोध व गाली- गलौज सूक्ष्म से मध्यम उद्योगों का विकास हीं देश के विकास का उन्नत मार्ग है बाल गोपाल के नए प्रतिष्ठान का रामगढ़ सुभाषचौक गुरुद्वारा के सामने हुआ शुभारंभ I पोड़ा गेट पर गो*लीबारी में दो गिर*फ्तार, पि*स्टल बरामद Ajsu ने सब्जी विक्रेताओं से ठेकेदार द्वारा मासूल वसूले जाने का किया विरोध l सेनेटरी एवं मोटर आइटम्स के शोरूम दीपक एजेंसी का हूआ शुभारंभ

Rajrappa माँ छिन्नमस्तिका मन्दिर में नवरात्र के प्रथम दिन माँ शैलपुत्री की पूजा की गयी

नवरात्र में जाप व पाठ लिये दूर दूर से आये भक्तजन व साधक अपनी साधना में हुए लीन

रजरप्पा : देश के प्रसिद्ध सिद्धपीठ रजरप्पा माँ छिन्नमस्तिका मंदिर में नवरात्र में जाप व पाठ लिये दूर दूर से आये भक्तजन व साधक अपनी साधना में हुए लीन। नवरात्र में पहली बार मंदिर में बगैर साज सजावट के सादगीपूर्ण माँ की हो रही है पूजा अर्चना। भक्तजनों की सुविधा के लिये मंदिर परिसर में जगह जगह हर ओर पुलिस है तैनात।

रजरप्पा मंदिर में कोविंड 19 का गाइडलाइन पालन करते हुए श्रद्धालुगण पूजा अर्चना कर रहे है ।
गौरतलब है कि देश के प्रसिद्ध सिद्धपीठ रजरप्पा स्थित माँ छिन्नमस्तिका मन्दिर में नवरात्र के प्रथम दिन माँ शैलपुत्री की पूजा की गई। वहीँ मंदिर प्रक्षेत्र के विभिन्न हवन कुण्डों में भक्त माँ की आराधना में लीन दिखे। कोविड 19 को देखते हुये नियमों का भी ख़ास ख्याल रखा जा रहा है।
शारदीय नवरात्र के प्रथम दिन आज रजरप्पा स्थित माँ छिन्नमस्तिका मंदिर में माँ शैलपुत्री की पूजा अर्चना की गई। सिद्धपीठ होने की वजह से यहाँ माँ के भक्त प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी मंदिर प्रक्षेत्र के विभिन्न हवन कुण्डों में माँ की आराधना में लीन दिखे। भक्तों के दुर्गासप्तशती पाठ से पूरा मंदिर प्रक्षेत्र गूँजमान हो रहा है।
वहीँ इस संबंध में रजरप्पा मंदिर के वरिष्ठ पुजारी अजय पंडा ने कहा कि आज नवरात्र के प्रथम दिन माँ शैलपुत्री की पूजा की जायेगी। कलश स्थापना के बाद माँ को विशेष भोग लगाया जायेगा