Patratu पुलिस की सख्ती के बाद विस्थापितों का आंदोलन हुआ और भी उग्र, 9 को करेंगे उपवास
विस्थापितों का आंदोलन छठवें दिन जारी, 8 सितंबर को निकलेगा मशाल जुलूस
पतरातू : किसी ने खूब का कि जब शहर में आग लगती है तो मकानात जल जाते हैं और जब पेट में आग लगती है तो इमानात जलजाते है ऐसा ही नजारा पतरातू क्षेत्र के विभिन्न गांव में कुछ दिनों से देखने को मिल रहा है।
जहां अपनी हक और मांग के लिए करीब 25 गांव के लोग पिछले 6 दिनों से आंदोलन करते नजर आ रहे हैं। भले ही उनके आंदोलन का अस्थल और तरीका बदला हो मगर उनके तेवर में और भी आक्रोश देखने को मिल रहा है।
हम बात कर रहे हैं विस्थापित प्रभावीत संघर्ष मोर्चा की जिसके बैनर तले पतरातू के करीब 25 गांव के सैकड़ों लोग नौकरी, मुआवजा व पुनर्वास की मांग को लेकर बीते 2 सितंबर से पीवीयूएनएल के खिलाफ आंदोलनरत है। आज इस आंदोलन का छठवां दिन है । आपको बताते की ये लोग अपनी मांग को लेकर 2 सितंबर को पीवीयूएनएल के गेट के समक्ष अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे थे ।
जहां से इनको पुलिस प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद हटना पड़ा इस बीच पुलिस और ग्रामीणों के बीच काफी नोकझोंक भी हुई अंततः पुलिस की सख्ती के बाद इनको धरना स्थल से हटना पड़ा। जिससे यह और भी आक्रोशित हो उठे और इन्होंने अपना विरोध व्यक्त करते हुए विभिन्न क्षेत्र में प्रबंधन विरोध में नारेबाजी करते हुए पुतला जलाया।
और अब इन आंदोलनकारियों का धरना अपने अपने गांव से जारी है कहीं मंदिर के धर्मशाला में कहीं सड़क के किनारे कहीं पने घर से तो कहीं खुले मैदान से आंदोलनकारी अपने अनिश्चितकालीन धरने को जारी रखे हुए इसी विरोध की कड़ी में इन लोगों के द्वारा 9 सितंबर को अपने अपने आवास पर 24 घंटों का उपवास करेंगे और उसके बाद फिर आगे की रणनीति तय की जाएगी