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जमशेदपुर: मुस्लिम शिक्षिका को पाकिस्तान और बांग्लादेश का राष्ट्रगान स्टूडेंट्स को टास्क देना पड़ा महंगा

जमशेदपुर के घाटशिला स्कूल को महगा पड़ा पाकिस्तान और बांग्लादेश का राष्ट्रगान स्टूडेंट्स को  टास्क देना
विश्व हिंदू परिषद और अन्य हिंदू संगठनों ने स्कूल और शिक्षिका शैला परवीन के खिलाफ खोला मोर्चा
सोशल मीडिया में यह खबर चलने के बाद बेहद संवेदनशील मानते हुए दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की कर रहे मांग ।
स्कूल और  शिक्षिका शैला परवीन के ऊपर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज करने की  हिंदू संगठनों ने की मांग

अब इस पूरे मामले को विस्तार पूर्वक
जानने के लिए देखिए न्यूज़लेंस चैनल के जमशेदपुर संवाददाता नीरज तिवारी की खास रिपोर्ट……
ये मामला है जमशेदपुर के घाटशिला संत नंदलाल स्मृति विद्या मंदिर स्कूल का जहा प्रबंधन की ओर से एलकेजी और यूकेजी के बच्चों को पाकिस्तान और बांग्लादेश का राष्ट्रगान  ऑनलाइन स्टडी में वाट्सएप टास्क देना विवाद के रूप में तब्दील हो गया है। सोशल मीडिया में यह खबर चलने के बाद कई लोगों का गुस्सा स्कूल प्रबंधन और शिक्षिका के खिलाफ भड़क उठा। लोगों ने इस मामले को बेहद संवेदनशील मानते हुए दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।  विश्व हिंदू परिषद और हिंदू संगठनों ने स्कूल के शिक्षिका शैला परवीन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है । हालांकि इस पूरे मामले पर स्कूल के प्रिंसिपल ने माफी माफी मांगी मगर हिंदू संगठन के लोग शिक्षकों को स्कूल से हटाने की मांग कर रहे है उनका कहना है कि देश के भविष्य   छोटे बच्चों के मन में दुसमन देश के राष्ट्रगान एवं राष्ट्र चिह्न के प्रति सम्मान प्रकट करना सिखाया जाना गलत है।

शिक्षिका पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज होना चाहिए : हिंदू संगठन

मालूम हो कि कोरोना महामारी के बढ़ते खतरे को देखते हुए सभी शिक्षण संस्थान बंद हैं। ऐसे में बच्चों की पढ़ाई ऑनलाइन ही कराई जा रही है। स्कूल प्रबंधन के निर्देश पर अलग-अलग क्लास के बच्चों का वाट्सएप एवं अन्य माध्यमों से ग्रुप बनाकर पढ़ाई कराई जा रही है। ऑनलाइन क्लास के दौरान ही बच्चों को टास्क भी दिए जा रहे हैं। इसी क्रम में 7 एवं 8 जुलाई को एलकेजी एवं यूकेजी के बच्चों को पाकिस्तान एवं बांग्लादेश का राष्ट्रगान एवं राष्ट्र चिह्न के बारे में बताया गया। शिक्षिका शैला परवीन ने एलकेजी एवं यूकेजी के ग्रुप में मैसेज छोड़ बच्चों को भारत के साथ ही पाकिस्तान एवं बांग्लादेश का राष्ट्रगान याद करने का टास्क दिया। उन्होंने बच्चों को तीन अलग-अलग ग्रुप में बांटकर अलग-अलग देश के राष्ट्रगान की प्रैक्टिस करने का निर्देश दिया है। विश्व हिंदू परिषद और धर्म जागरण समनवय, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और हिंदू संगठनों ने स्कूल और स्कूल के शिक्षिका शैला परवीन  के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है । झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और जिला प्रशासन से मांग की है कि स्कूल और शिक्षिका शैला परवीन के ऊपर देशद्रोह का मुकदमा होना चाहिए ।

पूर्व विधायक कुणाल सारंगी ने
मुख्यमंत्री से कार्यवाही कि मांग

वही चाकुलिया के पूर्व विधायक कुणाल सारंगी ने अपनी नाराजगी जताते हुए कहा कि आखिर इस प्राइवेट स्कूल को किस परिस्थिति में बच्चों को पाकिस्तान और बांग्लादेश की राष्ट्रीय गीत याद करने की और गाने की निर्देश दिया है और यह दुर्भाग्यपूर्ण है झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से आग्रह है की स्कूल के इस कारनामे को संज्ञान ले ताकि कोई दूसरे स्कूल में इस तरह के मामले सामने नहीं आए।

इस पूरे मामले पर प्रिंसिपल ने मांगा माफी

एक ग्रुप के बच्चों को भारत का राष्ट्रगान याद करने को दिया गया जबकि दो अन्य ग्रुप के बच्चों को पाकिस्तान एवं बांग्लादेश के राष्ट्रगान को प्रैक्टिस करने का टास्क मिला है।  स्कूल प्रबंधन के निर्देश पर शिक्षिका की ओर से दिए गए टास्क के बाद हंगामा शुरू हो गया है। इस संबंध में स्कूल की प्रिंसिपल घाटशिला से बाहर है ऐसे में जब उससे संपर्क हुई तो उन्होंने कहा कि इंटरनेशनल स्कूल अवार्ड, ब्रिटिश काउंसिल द्वारा आयोजित प्रोग्राम के लिए बच्चों को एक प्रोजेक्ट दिया गया था अपने पड़ोसी देश के जानकारी के लिए, वही प्रिंसिपल का कहना था कि जैसे ही हमें जानकारी मिली कि कुछ पेरेंट्स को इस टास्क से आपत्ति है हमने टास्क वापस ले लिया और किसी भी व्यक्ति को इस स्टार्ट से अगर आहत पहुंची है तो उससे मैं हाथ जोड़कर माफी मांगता हूं

जमशेदपुर से नीरज तिवारी की रिपोर्ट

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