Logo
ब्रेकिंग
रामगढ़ पुलिस ने तीन तस्कर को किया गिरफ्तार, बिहार जारही लाखों कि शराब व दो वाहन जप्त भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त ने लोकसभा एवं विधानसभा में भाग लेने वाले वालेंटियर से जाने मतदान के अनुभव भाजपा नेता अनिल टाइगर ह*त्या के विरोध में विधानसभा के बाहर बीजेपी का विरोध प्रदर्शन भाजपा नेता अनिल टाइगर की ह*त्या के विरोध में रांची हुआ बंद, भाजपा नेता प्रतुल शहदेव गिरफ्तार झारखंड का ऐसा मंदिर, जहां महिलाओं के प्रवेश पर हैं रोक भगवान पर चढ़ती है शराब,100 वर्षों से हो रही प... राधा गोविंद यूनिवर्सिटी के प्रथम दीक्षांत समारोह में 1152 स्टूडेंट्स को मिला शैक्षणिक प्रमाण पत्र राधा गोविंद विश्वविद्यालय का प्रथम दीक्षांत समारोह 9 मार्च को ,1150 विद्यार्थियों को प्रदान की जाएगी... अवैध नकली शराब फैक्ट्री हुआ भंडाफोड़, करीब 30 लाख रुपए का अवैध शराब जप्त झारखंड 10वीं बोर्ड परीक्षा के पेपर लीक के विरोध में प्रदर्शन, आजसू ने फुका मुख्यमंत्री का पुतला माँ को कैद कर कुंभ गए बेटे की बढ़ी मुश्किलें, कोर्ट ने किया तलब, विधायक ने कि कार्रवाई की मांग

Dumka आत्मनिर्भर भारत बनाने की दिशा में दुमका के शिक्षित युवा तेजी से कदम बढ़ा रहे हैं

दुमका जिले के कई युवा ग्रेजुएशन की डिग्री लेकर पूरी तरह खेती-किसानी में लगे हैं

दुमका : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान पर दुमका जिले के भी युवा किसान आत्मनिर्भरता की राह पर हैं। आज के युवाअों के लिए पढ़ाई अौर डिग्री का मकसद जहां नौकरी पाना होता है, वहीं दुमका जिले के कई युवा ग्रेजुएशन की डिग्री लेकर पूरी तरह खेती-किसानी में लगे हैं।

दुमका जिले के शिकारीपाडा‌ प्रखंड की बरनसिया पंचायत के धनबाद गांव के राम मुर्मू। राम मुर्मू ग्रेजुएट हैं। इनके पिता‌ सरकारी सेवा‌ में थे अौर भाई बीएड डिग्री धारक हैं। ऊंची शिक्षा अौर ऊंची डिग्री पाने‌ के बाद भी राम ने नौकरी‌ पाने‌ की कोशिश नहीं की, बल्कि खेती को पेशा बनाने का फैसला किया।
राम मुर्मू ने इस साल तरबुज की खेती की। दुमका जिले में तरबुज की खेती आप तौर पर नहीं होती थी। यहां के किसानों के लिए यह नया अनुभव है। राम के लिए तरबुज की खेती अच्छा अनुभव दे गयी।‌ उन्होंने दो बीघा जमीन में तरबुज लगाया अौर लॉकडाउन के बावजूद उन्हें 40 हजार रुपये का मुनाफा हुआ। राम बताते हैं कि वे बचपन से ही किसान बनना चाहते थे। अपनी ही जमीन में अपनी मेहनत‌ को खपा देना उनका मकसद है। राम ने बाकी जमीन में भिंडी अौर करेला लगाया। इसने भी इन्हें खूब मुनाफा दिया है। राम मुर्मू भी चाहते हैं कि उनकी जमीन पर सरकारी मदद से बोरिंग या एक कुएं की सुविधा हो जाए, तो गर्मी में पानी की होने वाली समस्या का निदान हो जायेगा अौर वे अच्छी तरह खेती कर सकेंगे।

गांव में राम मुर्मू अकेले ऐसे किसान नहीं हैं।‌ इसी गांव में राजेन्द्र हेंब्रम भी हैं, जिन्होंने उच्च शिक्षा पाने के बाद खेती-किसानी को चुना। राजेंद्र ने अपने खेतों में तारबुज, भिंडी अौर करेले की खेती की है। राजेन्द्र हेंब्रमने ने भी खेती को ही मूल पेशा बनाने का फैसला किया है, मगर पानी अौर‌ पूंजी बड़ी समस्या है।
राजेंद्र कहते हैं कि सरकार क्षेत्र में पानी अौर पूंजी का प्रबंध कर दे, तो इलाके के युवा अपनी जमीन रहने के बाद भी मजदूरी के लिए बंगाल जाने‌ की मजबूरी से मुक्त हो जायेंगे अौर अपने गांव में ही रहकर खेती कर सकेंगे। इधर ग्रामीणों ने इन किसानों को सराहते हुए प्रशासन और सरकार से मदद की गुजारिश की है।

किसानों को लाभान्वित करने की दिशा में कई तरह के कार्य किये जा रहे हैं : उपायुक्त

जिले की उपायुक्त राजेश्वी बी भी शिक्षित युवाओं की कृषि के प्रति बढ़ती अभिरुचि को लेकर उत्साहित हैं। उन्होंने बताया कि विभिन्न योजनाओं के तहत जिले‌ में सिंचाई की सुविधाएं विकसित की जा रही हैं अौर समेकित सिंचाई योजना के तहत किसानों को लाभान्वित करने की दिशा में कई तरह के कार्य किये जा रहे हैं।
बहरहाल, आत्मनिर्भर भारत बनाने की दिशा में दुमका के शिक्षित युवा तेजी से कदम बढ़ा चुके हैं।