Logo
ब्रेकिंग
ले*वी के लिए ठेकेदारों को धम*की देने वाले पांडे गिरोह के चार अपरा*धी गिर*फ्तार रामगढ़ पुलिस ने लेवी के लिए हमले की योजना बना रहे मुखलाल गंझु को हथियार के साथ किया गिरफ्तार बालू खनिज के अवैध खनन व परिवहन पर 1 हाईवा वाहन को किया गया जब्त, प्राथमिकी दर्ज। जरुरतमंदों व गरीबो के लिए 31 अगस्त से शुरू होगा "खाना बैंक" इनलैंड पॉवर लिमिटेड ने कई विद्यालय को दिए वॉटर प्यूरीफायर, सेनेटरी पैड व लगाए पौधे Congress प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश का जिला अध्यक्ष जोया परवीन ने किया स्वागत Kids world स्कूल में सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ धूमधाम से मनाया गया श्री कृष्ण जन्माष्टमी कलर बेल्ट कराटे ग्रेडेशन के दौरान प्रतिभागियों ने कराटे के तकनीकों का प्रदर्शन किया! सांसद मनीष जायसवाल ने मंडईखुर्द वासियों से किया वादा निभाया Royal mens parlour का बरकाकाना मार्केट कांप्लेक्स में हुआ उद्घाटन!

IPL 2021 के लिए सीरीज को बीच में छोड़कर क्यों आ रहे हैं साउथ अफ्रीका के खिलाड़ी, हो गया खुलासा

नई दिल्ली। इस समय दक्षिण अफ्रीका और पाकिस्तान के बीच सीमित ओवरों की क्रिकेट खेली जा रही है। इस वजह से कई खिलाड़ी साउथ अफ्रीका की टीम के साथ हैं, लेकिन आइपीएल के शुरू होते ही वे पाकिस्तान के खिलाफ सीमित ओवरों की सीरीज से हो जाएंगे। इसी को लेकर साउथ अफ्रीका की टीम के मुख्य कोच मार्क बाउचर ने बड़ा दावा किया है।

मार्क बाउचर का मानना है कि आइपीएल के खेलने से उन्हें भारत में इसी साल के आखिर में होने वाले टी 20 विश्व कप की तैयारियों में मदद मिलेगी और साथ ही अपने दूसरी श्रेणी के खिलाड़ियों को आजमाने का मौका मिलेगा। दक्षिण अफ्रीका के टॉप पांच खिलाड़ी क्विंटन डिकॉक, कैगिसो रबादा, लुंगी नगिदी, डेविड मिलर और एनरिक नोत्र्जे पाकिस्तान के खिलाफ केवल दो वनडे मैचों के लिए उपलब्ध रहेंगे

इसमें से एक वनडे मैच 2 अप्रैल को खेला जा चुका है। इसके बाद ये सभी खिलाड़ी नौ अप्रैल से शुरू होने वाले आइपीएल के लिए भारत पहुंच जाएंगे। बाउचर ने कहा, “इन खिलाड़ियों के सीरीज के मैचों में नहीं खेलने के फायदे और नुकसान हैं, लेकिन हम पहले से इसे जानते थे, क्योंकि बीसीसीआइ और सीएसए (क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका) के बीच आइपीएल के लिए खिलाड़ियों को छोड़ने का समझौता हो रखा है और कोविड-19 के कारण कार्यक्रम अनुकूल तैयार नहीं किया जा सका।”

उन्होंने आगे कहा है, “मुझे लगता है कि आइपीएल में भागीदारी का हमें विश्व कप में लाभ मिलेगा। इससे उन्हें अलग-अलग स्थलों में खेलने और विरोधी टीमों को समझने का अवसर मिलेगा। वे वहां छुट्टियां मनाने नहीं जा रहे हैं और इससे हमें अन्य खिलाड़ियों को आजमाने का मौका भी मिलेगा।” साउथ अफ्रीका के कोच का कहना है कि अगर शीर्ष खिलाड़ी जब नेशनल ड्यूटी पर नहीं होंगे तो बेंच पर बैठे खिलाड़ियों को मौका दिया जाएगा, जिससे कि वे अपने खेल में सुधार कर सकें और एक मजबूत टीम के साथ सामना करने में सक्षम हों।