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स्वामी दयानंद जी के आदर्शों को अपनाने की जरूरत:  प्राचार्य 

Ramgarh/News lens:डीएवी पब्लिक स्कूल रजरप्पा में आर्य समाज के संस्थापक व महान समाज सुधारक स्वामी दयानंद सरस्वती की 196 वीं जयंती मनाई गई । सर्वप्रथम विद्यालय की प्रातःकालीन प्रार्थना सभा में प्राचार्य  एचके झा, शिक्षक गण एवं बच्चों ने स्वामी जी की तस्वीर पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर नमन किया ।

नवीं कक्षा की सादिया असरफ ने स्वामी जी के जीवन, आदर्शों एवं कार्यों पर प्रकाश डाला । कक्षा पांचवीं की छात्राएं तथा धर्म शिक्षक  सत्यकाम आर्य ने मनमोहक भजन से सबको आह्लादित कर दिया । इस अवसर पर ऋषि दयानंद के जीवन पर आधारित प्रश्नोत्तरी तथा कविता पाठ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया । शानदार प्रदर्शन करने वाले बच्चों को पुरस्कृत भी किया गया ।

मौके पर मुख्य रूप से मौजूद विद्यालय प्राचार्य  ने कहा कि आज का दिन आर्य समाज, डी ए वी संस्थाएं तथा देश के लिए महत्वपूर्ण दिवस है । स्वामी दयानंद सरस्वती ने 1875 में आर्य समाज की स्थापना की थी । प्राचार्य ने स्वामी जी के आदर्शों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वे सच्चे समाज सुधारक और देशभक्त थे । उन्होंने अनुभव किया था कि शिक्षा से ही मनुष्य की संपूर्ण अज्ञानता दूर हो सकती है  । इसी उद्देश्य से देश के आर्य समाजी लोगों ने स्वामी जी के विचारों को पूरा करने के लिए डी ए वी संस्था की स्थापना की । उन्होंने देशवासियों को वेद की ओर लौटने का आह्वान किया था । प्राचार्य ने बच्चों से स्वामी दयानंद सरस्वती की तरह देशभक्त और समाज सुधार बनने का आह्वान किया ।

मौके  पर विद्यालय के शिक्षक गजेन्द्र कुमार , डॉक्टर आर विश्वकर्मा , मो खालिद सरफराज, सुनील कुमार, मनोज कुमार, रजनीश कुमार पाठक, ए मनी शर्मा, इन्द्रनाथ महतो, हरेंद्र कुमार सिंह , संजय कुमार, श्यामल कांति मिश्रा, डी  मुखोपाध्याय, ए के मन्ना सहित विद्यालय के तमाम छात्र छात्राएं मौजूद थे ।