ग्रेटर नोएडा। हरेंद्र प्रधान (दादूपुर) की हत्या के मामले में कुख्यात सुंदर भाटी समेत 12 बदमाशों को कोर्ट ने बृहस्पतिवार को सजा सुना दी। इन सभी को कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। इसमें मनोज नामक आरोपी को बरी कर दिया गया है।
मालूम हो कि साल 2014 में स्क्रैप के ठेके और सरिया चोरी के विवाद में हरेंद्र की हत्या हुई थी। सुंदर भाटी बीते 30 सालों से जरायम की दुनिया मे सक्रिय हैं। सुंदर भाटी को इससे पहले भी कई मामलों में सजा हो चुकी है। इन दिनों वो जेल में बंद है। सुंदर के भाई सिंह राज को भी इसी मामले में आजीवन कारावास की सजा हुई है।
कोर्ट में पेश किए गए सबूतों में इन सभी 12 बदमाशों की हरेंद्र प्रधान की हत्या में संलिप्तता मिली है। हरेंद्र की पत्नी व पूर्व विधानसभा प्रत्याशी बेवन नागर इस केस में मुख्य गवाह थे। इन सभी ने कोर्ट में गवाही थी जिसके बाद सजा सुनाई गई।
साल 2014 में पुलिस ने पचास हजार रुपये के कुख्यात इनामी अपराधी सुंदर भाटी को ग्रेटर नोएडा के घंघौला गांव में गिरफ्तार किया था। इस मुठभेड़ में उसके चार अन्य साथी पुलिस पर फायरिंग करते हुए फरार हो गए थे। सुंदर भाटी के खिलाफ हरियाणा, उत्तर प्रदेश व दिल्ली में 41 संगीन मामले दर्ज हैं।
पुलिस को सूचना मिली थी कि सुंदर भाटी अपने गांव घंघौला के एक निर्माणाधीन मकान में छिपा है। इसके बाद कासना और ग्रेटर नोएडा कोतवाली पुलिस ने पौने दस बजे गांव में घुसकर उसके ठिकाने को घेर लिया। मौके पर मौजूद सुंदर भाटी के सहयोगी सिंहराज व तीन अन्य पुलिस टीम पर फायरिंग करते हुए फरार हो गए। जवाब में पुलिस ने भी गोलियां चलाकर सुंदर भाटी को दबोच लिया। उसके कब्जे से 32 बोर की रिवॉल्वर व पांच कारतूस बरामद हुए।
दो साल से था फरार
सुंदर को वर्ष 2012 में भंगेल इलाके से गिरफ्तार किया गया था। जमानत पर रिहा होने के बाद वह जेल से बाहर आकर फिर अपराध जगत में सक्रिय हो गया। सुंदर ने 24 जनवरी 2014 को अपने प्रतिद्वंद्वी अनिल दुजाना के भाई जय भगवान को घर में घुसकर गोलियों से भून दिया था। उसने इस दौरान कई अन्य वारदात को भी अंजाम दिया।
पिछले दो साल से पुलिस को उसकी तलाश थी। उसकी गिरफ्तारी पर पुलिस महानिदेशक ने पचास हजार का इनाम घोषित किया था। गौतमबुद्ध नगर समेत आसपास के जिलों में सुंदर भाटी गैंग का खासा आतंक है। कुख्यात अपराधी जतन सिरोही व राजपाल गैंग से उसके संबंध रहे हैं। सुंदर गिरोह हत्या, लूट, रंगदारी तथा भाड़े पर हत्या की कई वारदात कर चुका है। स्क्रैप कारोबारियों से वसूली को लेकर अमित कसाना व अनिल दुजाना गिरोह के साथ सुंदर गैंग का टकराव चल रहा है। गैंगवार में अब तक दोनों पक्ष से कई लोगों की जान जा चुकी हैं।