आज से बाबा विश्वनाथ दे रहे भक्तों को दर्शन, वाराणसी के इन धार्मिक स्थलों को मिली अनुमति
वाराणसी। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में बाबा करीब दो माह बाद एक बार फिर मंगलवार से अपने भक्तों को दर्शन देंगे। मंदिर प्रशासन ने कोरोना को लेकर शासन- प्रशासन के नियमों को पूरा कर चेक लिस्ट सौंप दी। इसके बाद मजिस्ट्रेट की जांच में सब पर्याप्त पाई गई और मंदिर को खोलने की अनुमति दे दी
प्रशासन ने सभी थानों को 24 सूत्री चेक लिस्ट सौंपी है। उसी के अनुसार धार्मिक स्थल, होटल, माल को कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए व्यवस्था करनी है। इसके बाद क्षेत्रीय मजिस्ट्रेट उसकी जांच कर खोलने के लिए अनुमति प्रदान करेंगे। सोमवार को कई मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा, माल, होटल के प्रबंधन से जुड़े लोग चेक लिस्ट के अनुसार अपनी तैयारी में जुटे रहे।
आज से खुलने वाले प्रमुख धार्मिक स्थल
नगर क्षेत्र में कुछ धार्मिक स्थलों द्वारा निर्धारित नियमों को पूरा कर लिया गया। ऐसे परिसरों को मंगलवार से खोलने की अनुमति दे दी गई।
-नदेसर मस्जिद ,कैंट
-गुरुद्वारा, थाना चौक
-श्री गुरु बृहस्पति मंदिर, दशाश्वमेध
-तिलभांडेश्वर मंदिर, रेवड़ी तालाब
-बाबा कीनाराम मंदिर, रविंद्रपुरी
-गौरी केदारेश्वर मंदिर, केदार घाट
-शूलटंकेश्वर महादेव मंदिर, शंकुलधारा
-मां अन्नपूर्णा मंदिर।
अभी नहीं खुलेगा संकटमोचन मंदिर
काशी का प्रसिद्ध संकटमोचन मंदिर अभी नहीं खुलेगा। जिला प्रशासन की तरफ से जारी 24 प्वाइंट चेक लिस्ट के सभी बिंदुओं को पूर्ण करने के बाद मंदिर के खोलने के तिथि की घोषणा की जाएगी। महंत प्रो. विश्वम्भर नाथ मिश्र ने बताया कि मेरी तरफ से 8 जून को ही मंदिर खोलने की पूरी तैयारी कर ली गई थी। चेकलिस्ट जारी होने के बाद उसके अनुसार तैयारी की जा रही है। तैयारी पूरी हो जाने के बाद जिला प्रशासन से राय मशविरा कर मंदिर शीघ्र ही खोल दिया जाएगा। तिथि की घोषणा शीघ्र की जाएगी। कहा कि हम आम श्रद्धालुओं को मंदिर आने के लिए मना नहीं कर रहे हैं लेकिन कोरोना के संक्रमण को ध्यान में रख कर हमें एहतियात भी बरतनी है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा सर्वोपरि है।
अनुमति के बाद खुलेगा दुर्गा मंदिर
दुर्गाकुंड स्थित माता कुष्मांडा दुर्गा मंदिर अभी नहीं खुलेगा। मंदिर के महंत कोशलपति द्विवेदी के अनुसार प्रशासन की ओर से जारी चेक लिस्ट सोमवार को भेलूपुर थाने में दे दी गई है। अब इंतजार प्रशासनिक अनुमति का है। अनुमति के बाद मंदिर खोला जाएगा
काशी विश्वनाथ मंदिर पर टिकी प्रशासन व श्रीविंध्य पंडा समाज की निगाहें
सोमवार से देश भर के धार्मिक स्थल खोल दिए गए लेकिन विश्व प्रसिद्ध विंध्याचल मंदिर नहीं खोला जा सका। अब मां विंध्यवासिनी के दर्शन-पूजन के लिए भक्तों को और इंतजार करना होगा। मंदिर खोले जाने को लेकर सोमवार को विंध्याचल स्थित प्रशासनिक भवन पर नगर विधायक रत्नाकर मिश्र की उपस्थिति में श्रीविंध्य पंडा समाज व जिला प्रशासन के बीच बैठक की गई लेकिन कार्ययोजना के अभाव के चलते विंध्यवासिनी मंदिर खोलने की तारीख का फैसला नहीं हो सका। हालांकि विंध्यवासिनी मंदिर खोले जाने को लेकर प्रशासन व पंडा समाज की निगाहें अब काशी विश्वनाथ मंदिर पर टिकी हुई हैं और सही समय व मुहुर्त की भी तलाश की जा रही है।
बैठक के दौरान जिलाधिकारी सुशील कुमार पटेल व पुलिस अधीक्षक डा. धर्मवीर सिंह ने पंडा समाज के पदाधिकारियों व तीर्थ पुरोहितों को सरकार के गाइडलाइन से अवगत कराया। जिलाधिकारी ने कहा कि विंध्यवासिनी मंदिर पर जनेऊ व मुंडन संस्कार के साथ ही दर्शन-पूजन के लिए काफी संख्या में दर्शनार्थी आते हैं। कोरोना महामारी के चलते मंदिर पर मुंडन संस्कार कराना मुमकिन नहीं है।