पाकिस्तान के पेशावर में 25 साल बाद सुनेहरी मस्जिद में महिलाएं अदा करेंगी नमाज
पेशावर। पेशावर की एक मस्जिद में 25 साल बाद महिलाएं नमाज अदा कर सकेंगी। द मिडिल ट्रिब्यूनल ने शनिवार को अपनी एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी कि 1990 के दशक के मध्य तक पेशावर छावनी में स्थित सुनेहरी मस्जिद (गोल्डन मस्जिद) में यहां की महिलाएं शुक्रवार की नमाज अदा करती थीं। हालांकि, बाद में प्रांतीय राजधानी में आतंकवाद से प्रभावित होने के बाद महिलाओं ने यहां नमाज अदा करना छोड़ दिया।
सेना की कार्रवाई के बाद आतंकवादी गतिविधियों में आई कमी
एक मीडिया रिपोर्ट के हवाले से कहा गया है कि पाकिस्तान सरकार ने कहा कि खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में सेना की कार्रवाई के बाद कानून और व्यवस्था की स्थिति में काफी सुधार हुआ है। यहां हालात पहले से बेहतर हैं। इसके चलते यहां महिलाओं को दोबारा से नमाज पढ़ने की इजाजत दी गई है।
2016 में शक्तिशाली बम विस्फोट में 16 लोग मारे गए
आतंकवादी प्रभाव के चलते इस मस्जिद में महिलाओं ने नमाज अदा करना छोड़ दिया था। 2016 में सदर के भीड़ भरे बाजार में मस्जिद के पीछे सरकारी कर्मचारियों को ले जाने वाली बस में शक्तिशाली बम विस्फोट में 16 लोग मारे गए और दर्जनों घायल हुए थे। लेकिन अब यहां कानून व्यवस्था में पर्याप्त सुधार हुआ है। इसलिए अधिकारियों ने यहां इस सिलसिले को फि र से शुरू करने का फैसला लिया है।
मस्जिद के बाहर एक बैनर में महिलाओं का स्वागत
अधिकारियों ने मस्जिद के बाहर एक बैनर भी लगा रखा है। इसमें संदेश दिया गया है कि सुनेहरी मस्जिद में शुक्रवार की नमाज अदा करने के लिए महिलाओं का स्वागत किया जाता है। सुनहरी मस्जिद में महिलाओं को दोबारा से नमाज अदा करने के कदम के फैसले की कहीं-कहीं सराहना हो रही है। यह अावाज उठ रही है कि इससे पितृसत्तात्मक सत्ता को हतोत्साहित करने वाला कदम है।