Logo
ब्रेकिंग
आखिर क्यों एनकाउंटर स्पेशलिस्ट के नाम से जाने जाते हैं रामगढ़ के नए थाना प्रभारी प्रमोद सिंह? रामगढ़ पुलिस ने तीन तस्कर को किया गिरफ्तार, बिहार जारही लाखों कि शराब व दो वाहन जप्त भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त ने लोकसभा एवं विधानसभा में भाग लेने वाले वालेंटियर से जाने मतदान के अनुभव भाजपा नेता अनिल टाइगर ह*त्या के विरोध में विधानसभा के बाहर बीजेपी का विरोध प्रदर्शन भाजपा नेता अनिल टाइगर की ह*त्या के विरोध में रांची हुआ बंद, भाजपा नेता प्रतुल शहदेव गिरफ्तार झारखंड का ऐसा मंदिर, जहां महिलाओं के प्रवेश पर हैं रोक भगवान पर चढ़ती है शराब,100 वर्षों से हो रही प... राधा गोविंद यूनिवर्सिटी के प्रथम दीक्षांत समारोह में 1152 स्टूडेंट्स को मिला शैक्षणिक प्रमाण पत्र राधा गोविंद विश्वविद्यालय का प्रथम दीक्षांत समारोह 9 मार्च को ,1150 विद्यार्थियों को प्रदान की जाएगी... अवैध नकली शराब फैक्ट्री हुआ भंडाफोड़, करीब 30 लाख रुपए का अवैध शराब जप्त झारखंड 10वीं बोर्ड परीक्षा के पेपर लीक के विरोध में प्रदर्शन, आजसू ने फुका मुख्यमंत्री का पुतला

झारखंड: सीमित परीक्षा पास कर दारोगा नहीं बन पाएंगे सिपाही

पुलिस मुख्यालय की अनुशंसा पर गृह विभाग के स्तर से कार्रवाई होगी और सरकार की स्वीकृति के बाद इसे लागू कर दिया जाएगा।

रांची। झारखंड पुलिस में अब सिपाही सीमित प्रतियोगिता परीक्षा पास कर दारोगा के पद पर प्रोन्नत नहीं हो सकेंगे। यह व्यवस्था खत्म होने जा रही है। पुलिस मुख्यालय से डीजी मुख्यालय पीआरके नायडू ने शुक्रवार को गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव सुखदेव सिंह से इसकी अनुशंसा कर दी है। पहले सिपाही से सीधे दारोगा बनाने का कोई प्रावधान नहीं था। दारोगा के 50 फीसद रिक्त पद सीधी बहाली से व 50 फीसद रिक्त पदों पर एएसआइ को प्रोन्नति देकर भरा जाता था।

पूर्ववर्ती रघुवर सरकार ने 2016 में एक अधिसूचना जारी की थी कि प्रोन्नति से भरे जाने वाले 50 फीसद पद में 25 फीसद पद सिपाही को सीमित प्रतियोगिता परीक्षा में सफल होने पर दारोगा के पद पर प्रोन्नति दी जाएगी। केवल 25 फीसद पद पर ही जमादार से दारोगा में प्रोन्नत होंगे। इस अधिसूचना के बाद 2017 में परीक्षा हुई थी। कुल 1544 पदों के लिए विज्ञापन निकला था और सिर्फ 393 सिपाही ही सीमित प्रतियोगिता परीक्षा पास कर दारोगा बने थे। इसमें 1149 पद रिक्त रह गए थे।

हुआ था विरोध

इस अधिसूचना का पुलिस मेंस एसोसिएशन व पुलिस एसोसिएशन ने विरोध किया था और सरकार तथा पुलिस मुख्यालय से पत्राचार किया था। अंतत: पुलिस मुख्यालय ने इस व्यवस्था को खत्म करने की अनुशंसा कर दी है। अब प्रोन्नति से भरे जाने वाले पूरे 50 फीसद दारोगा के रिक्त पदों पर जमादारों को मौका मिलेगा। सीमित प्रतियोगिता परीक्षा से बहुत से ऐसे जमादार होते, जो प्रोन्नति से वंचित रह जाते, अब उन्हें भी इसका लाभ मिलेगा। पुलिस मुख्यालय की अनुशंसा पर गृह विभाग के स्तर से कार्रवाई होगी और सरकार की स्वीकृति के बाद इसे लागू कर दिया जाएगा।