Logo
ब्रेकिंग
रामगढ़ पुलिस ने तीन तस्कर को किया गिरफ्तार, बिहार जारही लाखों कि शराब व दो वाहन जप्त भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त ने लोकसभा एवं विधानसभा में भाग लेने वाले वालेंटियर से जाने मतदान के अनुभव भाजपा नेता अनिल टाइगर ह*त्या के विरोध में विधानसभा के बाहर बीजेपी का विरोध प्रदर्शन भाजपा नेता अनिल टाइगर की ह*त्या के विरोध में रांची हुआ बंद, भाजपा नेता प्रतुल शहदेव गिरफ्तार झारखंड का ऐसा मंदिर, जहां महिलाओं के प्रवेश पर हैं रोक भगवान पर चढ़ती है शराब,100 वर्षों से हो रही प... राधा गोविंद यूनिवर्सिटी के प्रथम दीक्षांत समारोह में 1152 स्टूडेंट्स को मिला शैक्षणिक प्रमाण पत्र राधा गोविंद विश्वविद्यालय का प्रथम दीक्षांत समारोह 9 मार्च को ,1150 विद्यार्थियों को प्रदान की जाएगी... अवैध नकली शराब फैक्ट्री हुआ भंडाफोड़, करीब 30 लाख रुपए का अवैध शराब जप्त झारखंड 10वीं बोर्ड परीक्षा के पेपर लीक के विरोध में प्रदर्शन, आजसू ने फुका मुख्यमंत्री का पुतला माँ को कैद कर कुंभ गए बेटे की बढ़ी मुश्किलें, कोर्ट ने किया तलब, विधायक ने कि कार्रवाई की मांग

कनाडा में भारतीय असुरक्षित, खालिस्तानी समर्थकों द्वारा बनाया जा रहा निशाना; जानें क्या है पूरा मामला

ओटावा। कनाडा में भारतीयों की सुरक्षा को लेकर भारत सर्तक हो गया है। नए कृषि कानूनों के समर्थन करने वाले भारतीय समुदाय के कुछ सदस्यों को धमकियां मिल रही है। इस संबंध में भारतीय विदेश मंत्रालय ने यह मुद्दा कनाडाई अधिकारियों के समक्ष भी उठाया। उधर, आज कनाडा में भारतीय मूल के कुछ लोगों ने अपनी सुरक्षा को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। कुछ लोग एनडपी सांसद जगमीत सिंह के कार्यालय के बाहर विरोध -प्रदर्शन करते हुए नजर आए। प्रदर्शन के दौरान उन्होंने कहा कि भारत में चल रहे किसानों के विरोध-प्रदर्शन के चलते उन्हें खालिस्तान समर्थकों द्वारा निशाना बनाया जा रहा है।

बता दें कि कनाडा में भी कृषि कानूनों के प्रति लोगों की मिलीजुली प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। कृषि कानूनों के समर्थन में तिरंगा रैली निकालने पर कनाडा में भारतीय समुदाय के कुछ सदस्यों को धमकियां मिलने संबंधी रिपोर्टों पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने भी अपना बयान दिया। उन्होंने कहा कि कनाडा में भारतीय समुदाय के कुछ सदस्यों को धमकियां मिलने और डराने संबंधित रिपोर्ट सामने आई हैं। ये धमकियां कनाडा में कुछ तत्वों की तरफ से आई हैं। उन्होंने बताया कि भारतीय नागरिकों को ऐसी किसी भी घटना की रिपोर्ट स्थानीय कनाडाई पुलिस को करने की सलाह दी गई है। साथ ही इसके बारे में तत्काल ओटावा स्थित भारतीय उच्चायोग और भारतीय कांसुलेट को भी सूचना देने के लिए कहा गया है।