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अब नींद से जागे इमरान, बोले आजादी मार्च निकालने वाले मौलाना पर चलना चाहिए देशद्रोह का मुकदमा

जमीयत-ए-उलेमा-ए-इस्लाम के प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान को पाकिस्तान में‘मौलाना डीजल’के नाम से भी जाना जाता है।

इस्लामाबाद। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान और जमीयत-ए-उलेमा-ए-इस्लाम के प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान एकबार फिर आमने-सामने आ गए हैं। मौलाना को आड़े हाथों लेते हुए इमरान खान ने कहा कि मौलाना पर संगीन देशद्रोह के आरोप में मुकदमा चलना चाहिए। पाकिस्तान के चैनलों से बात करते हुए उन्होंने ये बातें कहीं।

पाकिस्तानी मीडिया(जियो टीवी, सीआरवाइ चैनल) से बात करते हुए उन्होंने कहा कि मौलाना पर संविधान के अनुच्छेद 6 के तहत संगीत देशद्रोह का मुकदमा चलना चाहिए क्योंकि उन्होंने खुद ही हाल में इस बात को स्वीकार किया है कि उन्होंने सरकार को गिराने की साजिश रची थी। कुछ दिन पहले मौलाना ने एक बार फिर कहा था कि जल्द ही वो एकबार फिर से ऐसा ही मार्च निकालने की तैयारी कर रहे हैं जिससे सरकार पर संकट गहराने की आशंका बढ़ गई थी, इसके बाद अब इमरान ने कहा कि ऐसे मौलानाओं पर देशद्रोह का मुकदमा चलना चाहिए।

मौलाना डीजल ने हिला दी थी सरकार की नींव 

जमीयत-ए-उलेमा-ए-इस्लाम के प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान को पाकिस्तान में‘मौलाना डीजल’के नाम से भी जाना जाता है। उन्होंने जब आजादी मार्च निकाला था उस समय पाकिस्तान के अन्य कई दलों का भी उनको समर्थन मिला था। कंटेनर में वीआइपी व्यवस्था करके उनकी ओर से ये मार्च निकाला गया था। मौलाना पाक में मदरसों की एक लंबी चेन चलाते हैं, उनको वहां से भी काफी सपोर्ट मिला था जिससे सरकार इमरान घबराए थे।

अक्टूबर में सरकार पर बोला था हमला

मौलाना फजलुर रहमान ने साल 2019 अक्टूबर में सरकार को सत्ता से हटाने की मांग की थी। इसी के साथ देश में आजादी मार्च निकाला था और इस्लामाबाद में कई दिनों तक धरना दिया था। मौलाना के इस मार्च से सरकार संकट के बादल मंडराए थे। मौलाना ने कहा था कि इमरान खान नियाजी अपने पद से इस्तीफा देकर चले जाएं, हम लोग सरकार चला लेंगे। कुछ दिन पहले ही मौलाना ने इस बात का खुलासा किया कि उन्होंने अपना आंदोलन इस आश्वासन पर वापस लिया था कि इमरान सरकार को हटाया जाएगा और देश में नए सिरे से निष्पक्ष चुनाव होंगे। जब उनसे ये पूछा गया था कि मौलाना को ये आश्वासन किसने दिया था तो उन्होंने इसका जवाब नहीं दिया।

इमरान ने दी सफाई

मौलाना के तमाम आरोपों पर सफाई देते हुए इमरान ने कहा कि मैं न तो भ्रष्ट हूं और न राजनीति में पैसे बनाने आया हूं। जिन लोगों ने देश को लूटा है, वे सेना से डरते हैं। सैन्य एजेंसियां अच्छे से जानती हैं कि कौन क्या कर रहा है। इसी के साथ इमरान ने देश में बेतहाशा बढ़ रही महंगाई, खाने-पीने की चीजों की कमी और भ्रष्टाचार का उल्लेख करते हुए कहा कि देश में कुछ लोगों का एक ग्रुप है जो चीजों के दाम तय कर रहा है। इसी वजह से ये समस्या हो रही है। ऐसे लोगों पर भी एक्शन लिया जाएगा।