नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शनिवार को सुबह 11 बजे इंडिया टॉय फेयर 2021 का उद्घाटन करेंगे। प्रधान मंत्री कार्यालय द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया, ‘खिलौने एक बच्चे के दिमाग के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और बच्चों में साइकोमोटर और संज्ञानात्मक कौशल को बेहतर बनाने में भी मदद करते हैं। अगस्त 2020 में अपने मन की बात संबोधन में, प्रधान मंत्री ने कहा था कि खिलौने न केवल गतिविधि में वृद्धि करते हैं, बल्कि आकांक्षाओं की उड़ान के लिए भी जरूरी हैं।’
एक बच्चे के समग्र विकास में खिलौनों के महत्व को ध्यान में रखते हुए, प्रधान मंत्री ने पहले भी भारत में खिलौना निर्माण को बढ़ावा देने पर जोर दिया है।…और अब भारत खिलौना मेला 2021 प्रधानमंत्री के इसी दृष्टिकोण के अनुरूप आयोजित किया जा रहा है।
यह मेला 27 फरवरी से 2 मार्च, 2021 तक आयोजित किया जाएगा। इसका उद्देश्य खरीदारों, विक्रेताओं, छात्रों, शिक्षकों, डिजाइनरों आदि सहित सभी हितधारकों को एक साथ लाने के लिए एक आभासी मंच तैयार करने का है।
इस मंच के माध्यम से, सरकार और उद्योग इस बात पर चर्चा करने के लिए एक साथ आएंगे कि कैसे भारत को क्षेत्र में निवेश आकर्षित करने और निर्यात को बढ़ावा देने के माध्यम से खिलौनों के विनिर्माण और सोर्सिंग के लिए अगला वैश्विक केंद्र बनाया जा सकता है।
30 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 1000 से अधिक प्रदर्शक अपने उत्पादों को ई-कॉमर्स सक्षम आभासी प्रदर्शनी में प्रदर्शित करेंगे। इसमें पारंपरिक भारतीय खिलौनों के साथ-साथ इलेक्ट्रॉनिक खिलौने, आलीशान खिलौने, पहेलियां और खेल सहित आधुनिक खिलौने प्रदर्शित किए जाएंगे।
यह मेला कई भारतीय और अंतरराष्ट्रीय वक्ताओं के साथ कई वेबिनार और पैनल डिस्कशन की मेजबानी भी करेगा, जिसमें टॉय डिजाइन और मैन्युफैक्चरिंग की सिद्ध क्षमताएं होंगी। बच्चों के लिए, यह एक अच्छा अवसर है, जिसमें पारंपरिक खिलौना बनाने पर शिल्प प्रदर्शन और खिलौना संग्रहालयों और कारखानों में आभासी तौर से वे शामिल हो सकेंगे।