Logo
ब्रेकिंग
झारखंड बालिका आवासीय विद्यालय दुलमी का मंत्री रामदास सोरेन ने किया उद्धघाटन। हजारीबाग के सांसद मनीष जायसवाल की संसदीय सत्रों में पहली ही बार में बेमिसाल उपलब्धि गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा रामगढ़ के लगातार दूसरी बार प्रधान बने परमिंदर सिंह कालरा एलपी ट्रक ने स्कूली बच्चों से भरी ऑटो को मारी टक्कर । चार की मौत , आधा दर्जन बच्चों की हालत नाजुक ... पुलिस एसोसिएशन रामगढ़ शाखा का चुनाव संपन्न, मंटू अध्यक्ष और अनंत बने सचिव प्रेस क्लब रामगढ़ के भवन में निःशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन नगर परिषद क्षेत्र अंतर्गत पिछड़े वर्ग की जातियों के अध्ययन को लेकर उप विकास आयुक्त की अध्यक्षता में ... अकादमी संगीत की शिक्षा और कला को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण कदम है सुधीर मंगलेश ब्रेन हेमरेज से पीड़ित पिता के इलाज लिए आर्थिक सहायता देने कि मांग Monginis Cake Shop अब आपके शहर रामगढ़ में, Anshu plaza, नईसराय

Toolkit case: क्या दिशा, निकिता व शांतनु को हुई विदेश से फंडिंग?, बैंक खाते किए जाएंगे सीज

नई दिल्ली। कृषि कानून विरोधी आंदोलन की आड़ में दिल्ली में उपद्रव करने व टूलकिट के जरिए देश में हिंसा फैलाकर सरकार की छवि खराब करने की साजिश के पीछे देश-विदेश से बड़े पैमाने पर फंडिंग किए जाने की अंदेशा जताई जा रही है। पुलिस को शक है कि टूलकिट तैयार करने वाले आरोपितों को कनाडा व अन्य देशों से भारत को बदनाम करने के लिए पैसा मिला था। इसलिए दिल्ली पुलिस आरोपितों को गिरफ्तार करने के बाद फंडिंग के एंगल से जल्द जांच शुरू करेगी।

दिल्ली पुलिस के मुताबिक, निकिता जैकब, दिशा रवि व शांतनु मुलुक समेत अन्य सभी आरोपितों के बैंक खातों की विस्तृत जांच की जाएगी। एक साल के दौरान इनके खातों में आए पैसों की जांच की जाएगी।

आरोपितों के बैंक खाते किए जाएंगे सीज

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, आरोपितों को गिरफ्तार करने के बाद इनके बैंक खाते सीज किए जाएंगे। इनके प्रदर्शनकारी नेताओं के संपर्क को भी खंगाला जाएगा कि कैसे सभी एक-दूसरे के संपर्क में आए। वहीं, मैरीना पैटर्सन के बारे में जानकारी मिली है कि वह मो धालीवाल के फर्म में रिलेशनशिप मैनेजर है।

ऐसे संपर्क में आए

पुनीत, मो धालीवाल की करीबी है। धालीवाल के कहने पर पुनीत ने निकिता से संपर्क किया। निकिता, दिशा व शांतनु एक दुसरे से जुड़े थे। थिराका, पुनीत की करीबी है वह सीधे उससे जुड़ी थी। दिशा, ग्रेटा थनबर्ग से जुड़ी थी।

टूलकिट का नाम रखा था कॉम्स पैक

आरोपितों ने टूलकिट को कॉम्स पैक यानी कम्यूनिकेशन पैकेज करके कोड नाम रख रखा था। सभी एक दूसरे से बातचीत में पूछते थे कि कॉम्स पैक का क्या हुआ, उसमें किसी ने कुछ संपादित तो नहीं किया है। कॉम्स पैक किसके पास है। पुलिस का कहना है कि ये सभी जुझारू प्रवृत्ति के हैं कि जो करना है वो करना है।