रांची में राष्ट्रीय रेस वाकिंग चैंपियनशिप शुरू, श्रीलंका-बांग्लादेश के एथलीट ले रहे भाग
झारखंड एथलेटिक्स संघ के अध्यक्ष मधुकांत पाठक ने बताया कि रांची में पहली बार इस चैंपियनशिप का आयोजन किया जा रहा है।
रांची, जासं। राजधानी रांची में तीसरी अंतरराष्ट्रीय और सातवीं राष्ट्रीय रेस वाकिंग चैंपियनशिप का आगाज हो गया है। शनिवार को मोरहाबादी मैदान में यह चैंपियनशिप शुरू हुई। रेस वाकिंग चैंपियनशिप 15 और 16 फरवरी को होगी। पहली बार झारखंड इस चैंपियनशिप की मेजबानी कर रहा है। झारखंड एथलेटिक्स संघ के तत्वावधान में हो रहे इस दो दिवसीय चैंपियनशिप में 140 एथलीट भाग ले रहे हैं। इसमें श्रीलंका, बांग्लादेश, नेपाल के पांच एथलीट भी भाग ले रहे हैं। इस चैंपियनशिप में भाग ले रहे एथलीटों की नजर टोक्यो ओलंपिक क्वालीफाइ करने पर है।
बता दें कि इस चैंपियनशिप में 300 से ज्यादा एथलीटों के भाग लेने की संभावना थी। लेकिन अधिकांश विदेशी खिलाडिय़ों ने कोरोना वायरस के कारण इस प्रतियोगिता से दूरी बना ली और शुक्रवार की रात तक 140 एथलीट ही रांची पहुंचे। एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के हाई परफारर्मेंस डायरेक्टर वोल्कर हारमन ने बताया कि जो भी एथलीट ओलंपिक क्वालीफायर समय को छुएगा, वह टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाइ कर जाएगा। भारतीय एथलीटों के संबंध में उन्होंने कहा कि वे बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं और एक एथलीट पहले ही ओलंपिक के लिए क्वालीफाइ कर चुका है।
झारखंड एथलेटिक्स संघ के अध्यक्ष मधुकांत पाठक ने बताया कि रांची में पहली बार इस चैंपियनशिप का आयोजन किया जा रहा है। 500 मीटर दूरी में ही इसका आयोजन करने का उद्देश्य है कि दर्शक इसे देखें और समझें। वैसे भी इस आयोजन के लिए समतल सड़क की आवश्यकता होती है तो रांची जैसे शहर में संभव नहीं है। मोरहाबादी में 500 मीटर तक सड़क समतल है, इसलिए इसका आयोजन यहां किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि इस आयोजन को सही तरीके से संचालित करने के लिए पांच विदेशी निर्णायक रांची पहुंच गए हैं। हंगरी के ओरसोलया ग्र्रबर, पुर्तगाल के जोस गांसो, जर्मनी के वोल्कर हरमन, फ्रांस के एमानुएल टार्डी, मलेशिया के एम मुरुगेसु इवेंट का संचालन करेंगे।