Ramgarh में राष्ट्रीय लोक अदालत का हुआ आयोजन, करीब दो करोड़ की राशि का हुआ सेटलमेंट
Ramgarh/Newslens:राष्ट्रीय लोक अदालत का रामगढ़ में हुआ आयोजन, जिसमे करीब दो करोड़ की राशि का हुआ सेटलमेंट, मौके पर न्यायाधीश ने कहा इसका मुख्य उद्देश्य सस्ता सुलभ और शीघ्र न्याय लोगो को मुहैया करना है, साथ ही केवाईसी के डिफॉल्टर लोगो ने भी अपनी-अपनी प्रतिक्रियाएं दी ।रामगढ़ व्यवहार न्यायालय में आज नालसा के तत्वधान में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन हुआ। राष्ट्रीय लोक अदालत के तहत सेटलमेंट होने वाले केसों के निपटारे के लिए विभिन्न विभागों के करीब 5 बेंच बनाए गए थे।
इस मौके पर विभिन्न विभागों द्वारा करीब दो करोड़ के राशि का फाइनल सेटेलमेंट किया गया जिसमें केवाईसी से संबंधित भी कई डिफॉल्टर शामिल थे। मौके पर प्रभारी जिला सत्र न्यायाधीश ने बताया कि आज रामगढ़ व्यव्हार न्यायालय में नालसा के तत्वाधान में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन हुआ है, जिसमें क्रिमिनल कंपाउंड केस बैंक से संबंधित केस बिजली विभाग से संबंधित केस सहित विभिन्न विभागों से संबंधित केसों के निष्पादन का लक्ष्य रखा गया है, इसके लिए पांच बेंचो का गठन किया गया है, जिसका मुख्य उद्देश्य सस्ता सुलभ और शीघ्र न्याय लोगो को मुहैया कराई जाए।
मौके पर पंजाब नेशनल बैंक के चीफ मैनेजर ने बताया कि राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन आज रामगढ़ कोर्ट में किया गया है जिसका मुख्य उद्देश्य बैंकर्स और डिफॉल्टर को एक जगह बैठा कर यह सुनिश्चित करना कि किस देय राशि पर दोनों राजी होते हैं जो अंतिम निर्णय होगा और उसपर कोई अपील नही होगा।
मौके पर सुदूरवर्ती क्षेत्र बड़गांव से पहुंचे वहां के मुखिया ने बताया कि केसीसी लोन को हम जमा करने आए हैं क्योंकि हमारे ऊपर करीब 80 हजार रुपया बकाया था सेटलमेंट के तहत ₹38000 देना तय हुआ हम एक हज़ार जमा किए बाकी बचे 37 हज़ार हमें अगले 60 दिनों में देना है, सरकार का यह प्रयास बहुत ही सराहनीय है कि हम किसान धीरे-धीरे कम आकर पैसे को चुकता करेंगे ।
मौके पर हाथी प्रभावित जंगल क्षेत्र से आये एक व्यक्ति ने कहा कि आज यहां सेट्सलमेंट के लिए मुझे नोटिस दिया गया था, दो बार मे मैं 50 हज़ार लोन लिया था जो बढ़कर करीब 80 हज़ार हो गया है जिसका 50% हमें देने के लिए कहा गया है, चूंकि मेरा क्षेत्र हाथी प्रभावित है और मेरा फसल उनके द्वारा रौंद दिया गया था, इसलिए मैं कुछ और माफ करने के लिए आवेदन दिया हुँ l मौके पर एक महिला ऋणी किसान ने बताया कि 2010 में मुझे 25 हज़ार लोन पास हुआ जिसमें 15 हज़ार मिला और नोटिस गया जिस पर हम 2 हज़ार भरे फिर मुझे कल नोटिस मिला और आज हम 14 हज़ार दिये लेकिन नही मान रहे है तथा और 6 हज़ार देने की बात कहे है अब हम कहा से देंगे क्योंकि मेरी आर्थिक स्थिति कमजोर है।