उप विकास आयुक्त की अध्यक्षता में हुई जिला क्वालिटी एश्योरेंस एवं जिला इंडिमनिटी सब कमेटी की बैठक
चिकित्सा संस्थानों में स्वच्छता पर दे विशेष ध्यान
रामगढ़: बृहस्पतिवार को उप विकास आयुक्त श्री नागेंद्र कुमार सिन्हा की अध्यक्षता में समाहरणालय सभाकक्ष में जिला क्वालिटी एश्योरेंस एवं जिला इंडिमनिटी सब कमेटी की बैठक का आयोजन किया गया।
बैठक के दौरान सबसे पूर्व सिविल सर्जन डॉ प्रभात कुमार के द्वारा उप विकास आयुक्त सहित अन्य अधिकारियों को जानकारी दी गई कि जिला क्वालिटी एश्योरेंस कमिटी के द्वारा जिले के तमाम चिकित्सा संस्थानों में स्वच्छता बनाए रखने के लिए कार्य किया जाता है वही परिवार नियोजन कार्यक्रम अंतर्गत पुरुष नसबंदी एवं महिला बंध्याकरण के असफल मामलों में लोगों को त्वरित मुआवजा उपलब्ध कराने हेतु जिला इंडिमनिटी सब कमेटी के द्वारा कार्य किया जाता है। बैठक के दौरान सिविल सर्जन ने उप विकास आयुक्त सहित अन्य अधिकारियों को जानकारी दी कि केंद्र द्वारा झारखंड राज्य में रामगढ़ जिले को “इको फ्रेंडली अस्पताल” पुरस्कार के लिए चुना गया है। इसके पूर्व सदर अस्पताल रामगढ़ को “कायाकल्प” व “लक्ष्य” पुरस्कार से भी नवाजा गया है। इसके लिए उप विकास आयुक्त ने स्वास्थ्य विभाग की पूरी टीम को शुभकामनाएं दी एवं जिला के अन्य अस्पतालों व स्वास्थ्य केंद्र, उप स्वास्थ्य केंद्रों में भी स्वच्छता बनाए रखने हेतु आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
मौके पर उप विकास आयुक्त ने परिवार नियोजन कार्यक्रम यथा पुरुष नसबंदी व महिला बंध्याकरण के असफल मामलों में लोगों को मुआवजा दिलाने हेतु बनाए गए जिला इंडिमनिटी सब कमेटी द्वारा किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने कमेटी के माध्यम से किए जा रहे कार्यों की जानकारी ली।
इस संबंध में अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी रामगढ़ डॉक्टर एसपी सिंह के द्वारा कमिटी द्वारा किए जा रहे कार्यों, परिवार नियोजन कार्यक्रम में मुआवजे से संबंधित प्रावधानों की विस्तार से जानकारी दी गई। इस दौरान उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के द्वारा यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि परिवार नियोजन कार्यक्रम अंतर्गत पुरुष नसबंदी एवं महिला बंध्याकरण में किसी भी प्रकार का कोई भी मामला असफल नहीं हो वही नसबंदी व बंध्याकरण कराने वाले प्रत्येक पुरुष व महिला को मामले के असफल होने के उपरांत मुआवजा हेतु किस प्रकार से आवेदन देना है अथवा क्लेम करना है के प्रति जागरूक किया जाता है।
बैठक के दौरान अस्पताल प्रबंधक श्री अतिंद्र कुमार उपाध्याय के द्वारा पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से जिला क्वालिटी एश्योरेंस व जिला इंडिमनिटी सब कमेटी के कार्यों, लोगों को मिलने वाले मुआवजे, मुआवजे की प्रक्रिया, नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड, लक्ष्य, कायाकल्प, स्वच्छ-स्वस्थ-सर्वत्र आदि के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गई।
बैठक के दौरान उप विकास आयुक्त ने 11 जुलाई को मनाए जाने वाले विश्व जनसंख्या दिवस के सफल आयोजन को लेकर सिविल सर्जन रामगढ़, अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी रामगढ़ सहित अन्य अधिकारियों को योजना बनाते हुए कार्य करने का निर्देश दिया।
गौरतलब हो कि परिवार नियोजन कार्यक्रम अंतर्गत महिला बंध्याकरण व पुरुष नसबंदी के असफल मामलों में अस्पताल में अथवा अस्पताल से डिस्चार्ज होने के 7 दिनों के अंदर मृत्यु होने पर परिजनों को ₹200000 का मुआवजा दिया जाता है वही डिस्चार्ज के 8 से 30 दिनों के अंदर मृत्यु होने के उपरांत परिजनों को ₹50000 का मुआवजा दिया जाता है। किसी कारणवश अगर पुरुष नसबंदी व महिला बंध्याकरण असफल हो जाता है उस स्थिति में पीड़ित को ₹30000 का मुआवजा दिया जाता है वही प्रकरण के उपरांत 60 दिनों तक किसी प्रकार की स्वास्थ्य संबंधित समस्या होने पर ₹25000 तक का (अस्पताल खर्च व दवाइयों) का खर्च उपलब्ध कराया जाता है।
बैठक के दौरान उपाधीक्षक सदर अस्पताल, जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉक्टर स्वराज, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी डॉ असीम कुमार, सहायक जिला जनसंपर्क पदाधिकारी शशांक शेखर मिश्रा, स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर सविता वर्मा, शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर गौतम कुमार, एनएसथेटिस्ट डॉक्टर दीपक हेंब्रम, अध्यक्ष आईएमए डॉक्टर एस पी सिंह, लीगल सेल से श्री विग्नेश दुबे सहित नय उपस्थित थे।