स्वतंत्रता सेनानियों के सम्मान में निकला वीर सपूतों का टोला, फिट व क्लीन इंडिया की गुर सिखाने निकला असम राइफल
असम राइफल के 32 जवानों की टीम निकली बेहद ही कठिन 3000 किलोमीटर की साइकिल रैली पर
स्वतंत्रता सेनानियों के सम्मान में निकला वीर सपूतों का टोला, फिट व क्लीन इंडिया की गुर सिखाने निकला असम राइफल
देशवासियो के चेहरे पर मुस्कान के लिये फिट इंडिया व क्लीन इंडिया की गुर सिखाने निकली असम राइफल
असम राइफल के 32 जवानों की टीम निकली बेहद ही कठिन 3000 किलोमीटर की साइकिल रैली पर
05 सितंबर को शिलांग से निकली साइकिल रैली 02 अक्टूबर को दिल्ली राजघाट पहुंच, गांधी जयंती में होगी शामिल ।
रामगढ़ : देश की आजादी के लिए अपना सर्वस्व निछावर कर त्याग और बलिदान की मिसाल कायम करने वाले स्वतंत्रता सेनानियों के सम्मान में निकला देश के वीर सपूतों का टोला।
स्वच्छ भारत अभियान का पाठ पढ़ाने, लोगों को अपने कर्तव्य और दायित्व का निर्वहन कराने व स्वतंत्रता सेनानियों के गाथाओं को बता उन्हें सम्मानित करने असम राइफल के सैनिकों की 32 जवानों की टीम बेहद ही कठिन 3000 किलोमीटर की साइकिल रैली पर निकली है । 05 सितंबर को शिलॉन्ग से निकली ये टीम आज झारखंड के ऐतिहासिक धरती रामगढ़ के सिख रेजीमेंट पहुंची।
देश के जवानो की एक ऐसी अनूठी पहल कि लोगो के चेहरे पर न सिर्फ मुस्कान ला दे रही है, बल्कि उन्हें फिट इंडिया और स्वच्छ भारत का गुर भी सिखलाते जा रही है।
जवानों की यह टोली निकली तो है साइकिल से 3000 हज़ार किलोमीटर की कठिन डगर पर, लेकिन इन जवानों की ये लंबी सफर तब और सुहाना हो जा रहा है, जब ये आमजनता के दिलो में उनके कर्तव्य निर्वहन के बातों की अमिठ छाप छोड़ते जा रहे है ।
यह नजारा है देश के 75वें वर्ष गाँठ के उपलक्ष में मनाए जा रहे आजादी के अमृत महोत्सव उत्सव के साइकिल रैली की, जो झारखंड के रामगढ जिले पहुंचा, असम राइफल के 32 जवानों की यह टीम शिलांग से दिल्ली के लिये निकली है। इन जवानों का मुख्य उद्देश्य है कि युवाओं को इंडियन आर्मी के बारे में बताना और उन्हें सेना के साथ मिलकर देश सेवा करने के लिये प्रेरित करना और लोगो को स्वच्छता के प्रति जागरूक करना है। देश भक्ति धुन के साथ इन जवानों की साइकिल रैली सबको मंत्रमुग्ध कर देने वाली है, जवानों की यह टोली अपने इस सफर के दौर में रास्ते मे जगह – जगह पर रुक कर लोगो को स्वच्छ भारत मिशन, फिट इंडिया मूवमेंट के साथ साथ देश के स्वतंत्रता सेनानियों की गाथा भी सुनाते जा रही है, ताकि लोगो के दिलों में देशभक्ति की जज्बा हमेशा बरकरार रहे।
ये जवान अपने सफर के दौरान रास्ते मे जहां – जहां देश के फ्रीडम फाइटर की स्टेचू बने है, उन स्टेचू को साफ सफाई करके लोगो के बीच यह संदेश देते जा रहे है कि जिनके कारण देश आजाद हुआ जिनके त्याग और बलिदान के बदौलत हमे आज़ादी मिली हमे उन्हें नही भूलनी चाहिए, हमें उन्हें हमेशा सम्मान देना चाहिये।
देश के स्वतंत्रता के 75वें वर्षगांठ के अवसर पर असम राइफल की यह टीम अमृत महोत्सव मना रही है। यह टीम सिख रेजिमेंट सेंटर, रामगढ पहुंची, जिसे सिख रेजिमेंट सेंटर, रामगढ के ब्रिगेडियर एम श्री कुमार ने सम्मानित कर अपने संबोधन से इनका हौसला बढ़ा फ्लैग ऑफ कर रामगढ से रवाना किया ।
वही इस टीम में शामिल कैप्टन रवि राणा ने बताया कि हमारा मुख्य उद्देश्य लोगों के बीच स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाना है। हमलोग स्वतंत्रता सेनानी से मिलते जा रहे हैं और जगह – जगह फ्रीडम फाइटर के बने स्टेचू को साफ-सफाई भी करते जा रहे हैं। हम लोग 02 अक्टूबर को दिल्ली के राजघाट पहुचेंगे और गांधी जयंती में शामिल होंगे। वही इस टीम का नेतृत्व कर रहे मेजर सुधन ने बताया कि हमलोग युवाओं को आर्मी में ज्वाइन करने के लिये मोटिवेट कर रहे है साथ ही देश के फ्रीडम फाइटर को एप्रिशिएट कर रहे है। वही इस टीम में शामिल राइफल मैन इंद्रजीत यादव ने बताया कि देश की आजादी के 75 साल हो गए हैं इसी अवसर पर हम लोग अमृत महोत्सव मना रहे हैं और जगह- जगह जहां पर फ्रीडम फाइटर की मूर्तियां मिलती हैं उनकी हम लोग साफ – सफाई कर रहे हैं और लोगों के बीच जागरूकता फैला रहे हैं कि अपने देश के प्रति अपना योगदान दे, स्वच्छता के प्रति साथ ही स्वतंत्रता सेनानी के परिवार वालों से मिल कर उनका हौसला अफजाई करें। हमलोग भी उनके परिवार वालो से मिल रहे है साथ ही लोग स्वस्थ रहे इसके लिये हमलोग लोगो को योगा भी करवाते जा रहे है। असम राइफल की यह अमृत महोत्सव रैली वाकई काबिले तारीफ है, जो लोगों के बीच न सिर्फ देश सेवा के भाव की भावना जगा रही है, बल्कि फिट इंडिया और स्वच्छता मिशन में भी लोगो को शरीक कर रहा है। जाहिर है जवानों की इस अमृत महोत्सव रैली, लोगो के जेहन में न भूलने वाली एक अच्छी स्माइल की छाप छोड़ते जा रहा है। वही लोगों को योग के प्रति जागरूक करते हुए फिट इंडिया मूवमेंट अभियान के बारे में बताएगी ताकि लोग स्वस्थ रहें, क्योंकि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का वास होता है और स्वस्थ मस्तिष्क वाले व्यक्ति ही स्वच्छ और स्वस्थ राष्ट्र के निर्माण में अपना योगदान दे सकते हैं।