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किसान राजू महतो के लिए सेना के अधिकारी बने फरिश्ता

रामगढ़ / बोकारो : झारखंड में तरबूज उपज करने वाले किसानों पर दोहरी मार पड़ी है। लॉकडाउन की वजह से ना तो किसान अपनी तरबूज की फसल को लेकर बाजार तक जा पाए और ना ही बाहर से व्यापारी इन तक पहुंचे। इससे तरबूज की तैयार फसल खेतों में ही रह गई। थोड़ी बहुत उम्मीद बची थी वो मई में आए चक्रवाती तूफान ‘यास’ की वजह से टूट गई। इस बीच बोकारो के किसान राजू कुमार महतो के लिए सेना के अधिकारी ‘फरिश्ता’ बनकर सामने आई और उसके 05 टन तरबूज बाजार मूल्य पर खरीद लिए।

 

दरअसल कोरोना वायरस की वजह से लॉकडाउन लगा हुआ है। जिसके कारण खेती को अपना रोजगार बनाने वाले राजू कुमार अपनी तरबूज की फसल को बेच नहीं पा रहे थे। उनके दोस्त संजय महतो के प्रयास से सूचना पाकर सिख रेजिमेंट सेंटर, रामगढ़ के कमांडेंट ब्रिगेडियर एम श्री कुमार सहित एसआरसी अधिकारियों ने किसान राजू कुमार के खेत का दौरा किया। तभी किसान राजू कुमार ने फ्री में 5 टन तरबूज सेना के लिए देने की पेशकश की। इस पर सेना ने किसान राजू कुमार से करीब 05 टन तरबूज बाजार मूल्य पर खरीद लिए। जिससे उन्हें बहुत हद तक आर्थिक लाभ मिला।

किसान राजू ने सैन्य अधिकारियों के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा की लॉकडाउन की वजह से कोई खरीदार नहीं थे। फसल सड़ने लगी। गांव में कोई भी इसे खरीदने के लिए तैयार नहीं था। हमने कई विभागों से मदद मांगी लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। तब हमने अपने रामगढ़ निवासी दोस्त संजय महतो को अपनी व्यथा सुनाई, जिस पर उन्होंने अपने संपर्क सूत्र का प्रयोग करते हुए आर्मी के अधिकारियों तक मेरी बातें पहुंचाई और सिख रेजीमेंटल सेंटर के ब्रिगेडियर सहित कई अधिकारी मेरे गांव पहुंचे और बड़ी तादाद में तरबूज की खरीदारी की। वही इस संदर्भ में हमने किसान राजू महतो के मित्र संजय महतो से बात की जिन्होंने अपने दोस्त को आर्थिक लाभ मिलने पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए इस नेक काम के लिए आगे आने वाले आर्मी के अधिकारियों को धन्यवाद देते हुए उनके प्रति आभार व्यक्त किया।