जबलपुर। स्वच्छता को लेकर कोई भी स्कूल लापरवाही न बरतें। कलेक्टर किसी भी दिन स्कूल और कार्यालयों का औचक निरीक्षण कर सकते हैं। इसलिए स्कूलों में गंदगी कहीं नजर न आए। इसका शाला प्राचार्य विशेष ध्यान रखे। यह बात जिला शिक्षा अधिकारी घनश्याम सोनी ने स्कूल प्राचार्यों को भेजे गए पत्र में कही है। जिला शिक्षा अधिकारी ने कहा कि शासकीय भवन जैसे शिक्षा विभाग के कार्यालय, स्कूलों में रंग-पुताई कराई जाना है, परिसरों में स्वच्छता बनी रहे इसकी जिम्मेदारी संबंधित स्कूल प्रबंधन और कार्यालय प्रमुखों की है।
कचरा मुक्त शहर बनाने की कवायद: मालूम हो कि स्वच्छता सर्वेक्षण 2020-21 का सर्वे होना जिसमें शहर को कचरा मुक्त बनाने की प्रक्रिया शासकीय विभाग में शुरू हो गई है। इसकी सबसे पहले शुरूआत स्कूल शिक्षा विभाग के कार्यालयों से की जा रही है। कलेक्टर के निर्देश पर स्वच्छता और कचरा मुक्त स्कूल कैसे बनाया जाना है इसके आदेश जिला शिक्षा अधिकारी ने जारी किए हैं।
दीवारों में पेटिंग बनवाएं: जिला शिक्षा अधिकारी ने स्कूल प्राचार्यों से कहा कि स्कूल की दीवारों में स्वच्छता संबंधी पेटिंग बनाई जाए। पेटिंग के माध्यम से बच्चों को बताया जाए किस तरह से अपने आस पास स्वच्छता रखी जाना है। पेटिंग के अलावा अन्य माध्यमों से बच्चों को स्वच्छता के लिए प्रेरित किया जाए।
इनका है कहना:
कलेक्टर के निर्देश पर स्कूल प्राचार्यों से कहा गया है कि वह अपने-अपने स्कूलों में स्वच्छता बनाए रखें। पेटिंग बनाई जाए बच्चों को स्वच्छता के लिए प्रेरित किया जाए। जिला शिक्षा विभाग के कार्यालयों में भी पेटिंग बनाए जाने के निर्देश मिले हैं।
घनश्याम सोनी, जिला शिक्षा अधिकारी