बूढ़ी बीमार माँ को घर में किया बंद, पुण्य कमाने कलयुगी बेटा गया महाकुम्भ
बीमार माँ प्लास्टिक खाने को हुई मजबूर !
रामगढ़ : कुंभ स्नान कर पुण्य कमाने का ऐसा जुनून चढ़ा की अपनी बूढी और बीमार मां को घर में बंद कर कलयुगी बेटा अपने बच्चों और पत्नी के साथ प्रयागराज पुण्य कमाने चला गया, रूम में बंद पड़ी बूढी मां भूख से तड़पते हुए मदद की गुहार लगाने लगी, आवाज सुनकर पड़ोसियों ने घर का ताला तोड़ा तो वहां का नजारा देखकर वह हैरान हो गए की पुण्य कमाने के लिए महाकुंभ स्नान करने गए कलयुगी पुत्र की बृद्ध माता भूख के कारण तड़प रही है भूख इस कदर बढ़ गई की प्लास्टिक खाने के भी प्रयास करने लगी, धन्य हो पड़ोसी जिन्होंने तत्काल वृद्ध महिला को भोजन कराया, हाय रे पुण्य कमाने की फितूर की जन्म देने वाली मां को बीमार अवस्था में घर में बंद कर अपने पुत्र और पत्नी के साथ प्रयागराज कुंभ स्नान करने चला गया!
ये मानवता को शर्मसार करने व हैरान करने वाली तस्वीर झारखण्ड के रामगढ़ से सामने आयी हैं जहाँ कुंभ स्नान गए करने गए बेटे ने अपनी मां को घर में बंद कर दिया. बेटा मां के लिए घर में खाने के नाम पर सिर्फ चूड़ा छोड़कर गया था. आखिर में चूड़ा
खत्म होने पर वृद्ध महिला परेशान और लाचार होकर प्लास्टिक खा रही थीं यह तस्वीर रामगढ़ जिले के रामगढ़ थाना क्षेत्र के सीसीएल अरगड्डा के सुभाष नगर कॉलोनी से आई है, जहां पर एक कलयुगी पुत्र ने अपनी मां को बीमार अवस्था में आवास में बाहर से ताला लगाकर अपनी मां को अकेले छोड़ कर सास, ससुर, पत्नी और बच्चों के साथ कुम्भ स्नान के लिए प्रयागराज चला गया.
जानकारी के अनुसार बुधवार को जब पड़ोसियों को बृद्ध महिला के अंदर से रोने की आवाज आई तो उन्होंने इसकी सूचना उनके परिजनों को दी. वृद्ध की पुत्री वहां पहुंची और अपनी मां को पड़ोसियों और पुलिस के सहयोग से सीसीएल नई सराय अस्पताल में भर्ती कराया.
बेटी ने कहा कि लोग कुंभ स्नान करने जरूर जाएं, लेकिन अपनों का ध्यान रखते हुए कुंभ स्नान के लिए जाएं. फिलहाल रामगढ़ जिले से आई इस तस्वीर के बाद लोग इस मामले चर्चा करते हुए कलयुगी की बेटे को दोषी ठहरा रहे हैं. वृद्ध की पुत्री से ज़ब इस बारे में हमने जानकारी प्राप्त की तो हमारी आंखें डबडबा गई. उसने बताया कि पिताजी के स्थान पर मेरे भाई सीसीएल में नौकरी मिली है, लेकिन, वह मां का ध्यान नहीं रखता है. इधर पुत्र ने बताया कि उसकी मां बीमार थी इस कारण वो उन्हें घर में छोड़कर गया था खाने के लिए भी दिया गया था.