मां सरस्वती की पूजा के दिन रामगढ़ इंटर महिला महाविद्यालय बंद होने से छात्राओं में मायूसी
Ramgarh/News lens:पूरे देश के साथ आज बसंत पंचमी के दिन मां शारदे की पूजा विधान से और हर्षोल्लास के साथ रामगढ़ जिले में भी मनाई जा रही है रामगढ़ जिले के विभिन्न चौक चौराहों पर मां शारदे की आकर्षक मूर्तियां स्थापित की गई है लोग श्रद्धा पूर्वक पूजा अर्चना कर रहे है।
रामगढ़ के लगभग सभी शैक्षणिक संस्थान में मां सरस्वती की पूजा आस्था के साथ की जा रही है ।
मां सरस्वती की पूजा को लेकर बच्चों में खासा उत्साह देखा जा रहा है। लेकिन इसी बीच दूसरी ओर रामगढ़ इंटर महिला महाविद्यालय की छात्राओं के चेहरे पर मायूसी देखने को मिला क्योंकि उनके महाविद्यालय में आज वसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती की पूजा नहीं की जा रही है।
रामगढ़ इंटर महिला महाविद्यालय में स्थापना के वक्त से ही बसंत पंचमी पूजा का इतिहास रहा है, मगर इस वर्ष कालेज में किसी कारण से सरस्वती पूजा नही किया गया और कॉलेज गेट के पास नोटिस चिपका दिया गया कि पूजा नहीं होगी ।
यह छात्राओं को तब पता चला जब वह अपने महाविद्यालय पहुंचती हैं तो उनको महाविद्यालय के मुख्य द्वार पर एक नोटिस चिपका हुआ मिला ।
जिसमें लिखा था कि सभी छात्राओं को सूचित किया जाता है कि बसंत पंचमी के शुभ अवसर पर दिनांक 30 एक 2020 को महाविद्यालय में अवकाश रहेगा और 31 जनवरी को महाविद्यालय पुनः प्रारंभ होगा। वैसे तो किसी भी विद्यालय या महाविद्यालय में अवकाश के दिन बच्चों के चेहरे पर खुशी नजर आती है लेकिन आज मां सरस्वती की पूजा के दिन बच्चों के चेहरे पर इस नोटिस के बाद मायूसी देखने को मिला, अब जरा सुने क्या कहती है ये छात्राए ।
जब इस संबंध में हमारे चैनल की टीम ने पता किया तो महिला महाविद्यालय के प्रोफेसर डॉ संजय सिंह ने बताया
कि रामगढ़ इंटर महिला कॉलेज में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी पूजा होना था, जब मैं इस बार कॉलेज आया तो नोटिस लगी हुई है उन्होंने बताया कि इस नोटिस को पढ़कर निराश होकर छात्रायें घर लौट गए उन्होंने कहा कि जहां पूरे रामगढ़ के महाविद्यालय में बड़े हर्ष और उल्लास के साथ विद्या की देवी सरस्वती की पूजा अर्चना की जा रही है वहीं रामगढ़ इंटर महिला महाविद्यालय में विद्या की देवी सरस्वती की पूजा अर्चना नहीं होना अपने आप में चर्चा का विषय है ।
एक ओर जहां पूरे कोयलांचल में सरस्वती पूजा की धूम मची हुई है वही दूसरी तरफ रामगढ़ के इस महाविद्यालय में सरस्वती पूजा का नहीं होना वह भी नोटिस चिपका कर अपने आप में कई सवाल खड़ा करता है क्योंकि हमारी टीम ने जब प्रभारी प्राचार्य बात करनी चाहिए तो उन्होंने फोन नहीं उठाया ।