Logo
ब्रेकिंग
ले*वी के लिए ठेकेदारों को धम*की देने वाले पांडे गिरोह के चार अपरा*धी गिर*फ्तार रामगढ़ पुलिस ने लेवी के लिए हमले की योजना बना रहे मुखलाल गंझु को हथियार के साथ किया गिरफ्तार बालू खनिज के अवैध खनन व परिवहन पर 1 हाईवा वाहन को किया गया जब्त, प्राथमिकी दर्ज। जरुरतमंदों व गरीबो के लिए 31 अगस्त से शुरू होगा "खाना बैंक" इनलैंड पॉवर लिमिटेड ने कई विद्यालय को दिए वॉटर प्यूरीफायर, सेनेटरी पैड व लगाए पौधे Congress प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश का जिला अध्यक्ष जोया परवीन ने किया स्वागत Kids world स्कूल में सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ धूमधाम से मनाया गया श्री कृष्ण जन्माष्टमी कलर बेल्ट कराटे ग्रेडेशन के दौरान प्रतिभागियों ने कराटे के तकनीकों का प्रदर्शन किया! सांसद मनीष जायसवाल ने मंडईखुर्द वासियों से किया वादा निभाया Royal mens parlour का बरकाकाना मार्केट कांप्लेक्स में हुआ उद्घाटन!

नाैवीं की परीक्षा में संतोषजनक परिणाम नहीं आने पर छात्र ने की आत्महत्या, सदमे में परिजन

देवघर। परीक्षा परिणाम संतोषजनक नहीं आने से परेशान रानी मंदाकिनी हाईस्कूल, करौं का छात्र सुमन कुमार सिंह ने गुरुवार की शाम फांसी लगाकर जान दे दी। उसे फांसी पर लटका देख परिवार में कोहराम मच गया। मां एवं बहन उससे लिपटकर रोने लगे। सूचना मिलने पर एएसआइ कलाम अंसारी, भागीरथ महतो, रविन्द्र सिंह घटनास्थल पर पहुंचे। शव को कब्जे में लेकर उसने उसे पोस्टमार्टम के लिए शुक्रवार की सुबह देवघर भिजवा दिया।

पुलिस के मुताबिक चांदचैरा निवासी सुरेश सिंह धनबाद में वाहन चलाकर परिवार का भरण-पोषण करता है। तीन बच्चों में सबसे बड़ा 16 वर्षीय पुत्र सुमन कुमार सिंह रानी मंदाकिनी प्लस टू हाईस्कूल में नौवीं का छात्र था। उसने नौवीं की परीक्षा दी थी। जिसका परिणाम दो दिन पूर्व निकला था। इसमें उसे बी ग्रेड प्राप्त हुआ। संतोषजनक परिणाम प्राप्त नहीं होने के कारण वह परेशान था। मृतक की मां ने उसे समझाते हुए संतोषजनक परिणाम नहीं आने का कारण पूछा।  गुरुवार को रोजाना की तरह करौं ट्यूशन पढ़ने के लिए गया। उसकी मां  गुरुवार व्रत रखने की वजह से काफी व्यस्त थीं। शाम में सुमन की खोज होने लगी। जब मां बगल के कमरे के भीतर पहुंची तब सुमन को फंदे से लटका देख उसकी चीख पड़ी। चीख सुनते ही पड़ोस के लोग भी आ गए।

सूचना मिलने पर पुलिस भी वहां पहुंच गई। उधर धनबाद से घर लौटे पिता सुरेश सिंह का कहना कि घर में उसे कोई कमी नहीं की गई थी। लाॅकडाउन में ऑनलाइन पढ़ाई के लिए फोन खरीदने के लिए दस हजार रुपये मांगा था। पैसा उसके खाते में भेज दिया गया था। उसने सीएसपी से पैसे की निकासी भी की लेकिन मोबाइल फोन नहीं खरीदा। पैसा घर में सुरक्षित है। कहा-उसके आत्महत्या कर लेने का कारण समझ में नहीं आ रहा है।