राजधानी रांची में होगा 108 फिट ऊँचे शिवलिंग का अनावरण, तैयारियां हुई तेज
एक करोड़ पचास लाख रुपये खर्च कर बनाया जा रहा भव्य मंदिर
रांची : राजधानी रांची के चुटिया इलाके का एक मंदिर इनदिनों आकर्षण का केंद्र बना हुआ है दरअसल आपको बता दें राजधानी रांची के लोअर चुटिया क्षेत्र स्थित स्वर्णरेखा धाम में 108 फीट ऊंचे शिवलिंग नुमा मंदिर का निर्माण किया जा रहा है जो लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है बता दें कि इस मंदिर की ऊंचाई बुनियाद से 108 फीट है इसके बारे में बताया जा रहा है कि या देश का सबसे बड़ा शिवलिंग नुमा मंदिर होगा. इसी राज्य के गिरिडीह जिले के बगोदर में हरिहर धाम के प्रसिद्ध शिवलिंग की ऊंचाई 65 फीट बताई जाती है
एक करोड़ पचास लाख रुपये खर्च कर बनाया जा रहा भव्य मंदिर
108 फीट ऊंचे शिवलिंग मंदिर की स्थापना बेहद अलौकिक अद्भुत तरीके से की जा रही है मंदिर में स्थापित होने वाला शिवलिंग नर्मदेश्वर पत्थर है जो कि नर्मदा नदी के अंदर से निकाला जाता है जिसकी ऊंचाई तीन फीट व चौड़ाई साढ़े चार फीट है ऐसी मान्यता है कि यह बेहद शुभ माना जाता है बताया जा रहा है कि शिवलिंग की सजावट का सामान कर्नाटक के नागा मंगला से मंगाया जा रहा है और मंदिर निर्माण करने वाले कारीगर भी वहीं से आ रहे हैं चुटिया स्वर्णरेखा धाम के अध्यक्ष सुरेश साहू ने मीडिया को बताया कि इस शिवलिंग मंदिर का निर्माण कार्य पिछले 05 सालों से जारी है इसे आपसी सहयोग से लगभग एक करोड़ पचास लाख की लागत से बनाया जा रहा है इसके निर्माण में उड़ीसा और कर्नाटक के कारीगर लगे हुए हैं उन्होंने बताया कि इस मंदिर की ऊंचाई देश के सभी शिवलिंग मंदिर के तुलना में अधिक है वही सुनील साहू ने बताया इस मंदिर के निर्माण से देश में शिव भक्तों के बीच आस्था की अनोखी तस्वीर जाएगी । मंदिर का निर्माण अपार श्रद्धा का ही नतीजा है इसके अलावा देश में गिरिडीह जिले के बगोदर हरिहर धाम शिवलिंग की ऊंचाई 65 फीट है जबकि इसके अंदर छोटा सा एक और शिवलिंग स्थापित है जिसकी पूजा शिव भक्त करते हैं इसके अलावा कर्नाटक के कोलार जिले के एक छोटे से गांव में कोटी लिंगेश्वर धाम है जिसकी उचाई 108 फिट बताई जाती है वही भोपाल से 30 किलोमीटर दूर स्थित भोजपुर का शिव मंदिर भारतीय पुरातत्व का अनोखा नमूना है लेकिन उससे भी खास है यहां का शिवलिंग, इस शिव मंदिर की ऊंचाई 106 फीट और चौड़ाई 77 फीट है इस मंदिर का निर्माण राजा भोज ने एक ही रात में करवाया था कहा जाता है कि यह शिवलिंग एक ही चट्टान से निर्मित है छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिला मुख्यालय से 3 किलोमीटर दूर बसा मरोदा गांव में जमीन से लगभग 18 फीट ऊंचा और 20 फीट गोलाकार का शिवलिंग स्थित है
पंद्रह लाख रुपये से मंदिर का दरवाजा हो रहा तैयार, तैयार हो रही पूजा की रूपरेखा
स्वर्णरेखा धाम समिति के अध्यक्ष सुरेश साहू ने बताया कि 03 मई को अक्षय तृतीया है इस दिन कलश यात्रा निकाली जाएगी इसके बाद 4 मई को मूर्तियों की पूजा अर्चना और रामायण पाठ का आयोजन किया गया है साथ ही 06 मई को प्रतिमाओं की प्रतिष्ठा और साथ-साथ भंडारे का भी आयोजन किया गया है साथ ही आपको बता दें कि इस मंदिर में 15 लाख की लागत से सिर्फ दरवाजा तैयार किया जा रहा है जिसे सागवान की लकड़ी से तैयार किया जा रहा है दरवाजे के ऊपर पीतल का लेप भी चढ़ाया जाएगा जिस पर भक्त 12 ज्योतिर्लिंगों के दर्शन कर पाएंगे सुरेश साहू ने कहा कि किसी भी दृष्टिकोण से मंदिर की भव्यता कम नहीं आकी जाएगी।