रांची : पत्रकारिता को लेकर सुधा सिन्हा के अंदर जो दीवानगी थी, वैसा जुनून जीवन में बहुत कम लोगों में देखने को मिलता है। उसी जुनून में उन्होंने उस दौर में पाक्षिक अख़बार निकालने का काम किया था। यह कहना था वरिष्ठ संपादक पद्मश्री बलबीर दत्त का। वे आज राँची प्रेस क्लब में सुधा-अरमान मेमोरियल ट्रस्ट और राँची प्रेस क्लब के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे। श्री श्री दत्त ने इस अवसर पर सम्मानित होनेवाली पाँच महिला पत्रकारों को बधाई दी। जिनमें रामगढ़ की कोरचे गांव की रहने वाली महिला सिंह भी शामिल थी। महिमा सिंह के लिए ये सम्मान मात्र एक सम्मान नहीं बल्कि एक सपने को हकीकत में बदलते देखना है, इसे पाते हुए उनके मन में अपने काम के प्रति जिम्मेदारियां और बढ़ गई। महिमा जिस गांव से आती है वहां इन सब कामों में लोग अपनी बेटियों को नहीं भेजना चाहते पर महिमा ने अपने समाज से जिस तरह से लड़ कर ये छोटी छोटी उपलब्धियां हासिल की है ये उनके लिए बहुत मायने रखता है। और इसके लिए महिमा उन सभी अपनों का शुक्रिया करती हैं जिन लोगों ने इस सफर में महिला को थोड़ी भी मदद की है। साथ ही अपने परिवार, अपने दादा जी सभी को हार्दिक आभार व्यक्त करती हैं। महिमा सिंह के पिता का नाम शैलेंद्र कुमार सिंह व मां का आशा देवी है। पिता एक बिजनेस मैन है। महिमा ने अपनी दसवीं तक की पढ़ाई रामगढ़ के सरस्वती विद्या मंदिर से की है। अभी महीमा प्रभात खबर डिजिटल में एंकर और रिपोर्टर के रूप में काम कर रही है साथ ही रांची यूनिवर्सिटी से जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन में मास्टर्स भी कर रही है।
राँची प्रेस क्लब के सचिव अमरकान्त ने अतिथियों का स्वागत किया, जबकि क्लब के अध्यक्ष सुरेंद्र लाल सोरेन ने धन्यवाद ज्ञापन किया।कार्यक्रम में क्लब के संयुक्त सचिव रतन लाल, कार्यकारिणी सदस्य मोनू कुमार के अलावा वरिष्ठ पत्रकार मनोज श्रीवास्तव, शर्मिष्ठा मजूमदार, विमल देव, समाजसेवी प्रणव बब्बू आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।
जिन 5 महिला पत्रकारों को सम्मानित किया गया
महिमा सिंह
सोनाली दास
रेखा पाठक
निलू मिश्रा
आशिया नाज़ली