झारखण्ड के हेमंत सोरेन सरकार के नक्सलियों के आत्मसमर्पण नीति से प्रभावित होकर और पुलिस के द्वारा लगातार नक्सलियों के विरुद्ध अभियान से नक्सलियों की कमर टूट रही है इसी का के उदाहरण हैं कि माओवादी के हार्डकोर नक्सली जितेंद्र ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया है ।
लातेहार डीसी हिमांशु मोहन और एसपी अंजनी अंजन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से अन्य नक्सलियों को कहा है या तो पुलिस के समक्ष हथियार डाले या नही पुलिस के नक्सल अभियान में पुलिस की गोली का शिकार होना पड़ेगा । ज्ञात हो कि झारखंड सरकार पिछले कई वर्षों से आत्मसमर्पण नीति एवं पुनर्वास के माध्यम से माओवादियों और उग्रवादियों को आत्मसमर्पण कर नए जीवन की शुरुवात की है । जिसको लेकर पुलिस लगातार नक्सलियों को नक्सलियों के परिजन से आग्रह कर रही है कि नक्सली आत्मसमर्पण कर सरकार की नीति का लाभ उठाएं नही तो मुठभेड़ में मारे जाएंगे ।
वही पुलिस के बढ़ते दबाव का परिणाम है कि नक्सली आत्मसमर्पण कर रहें है लातेहार डीसी हिमांशु मोहन ने बताया कि सरकार नक्सलियों को सही रास्ते मे लाने को लेकर कई योजनाएं चला रही है जिसका लाभ नक्सलियों को उठाना चाहिए । वही लातेहार एसपी अंजनी अंजन ने बताया कि लगातार नक्सलियों के विरुद्ध नक्सल अभियान चलाया जा रहा है । जिससे नक्सली घबराये हुवे है और सरकार के नीति के लाभ उठाने के लिए आत्मसमर्पण कर रहे जिसका परिणाम है कि माओवादी के नक्सली के सदस्य ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया है । वही नक्सली जितेंद्र किसान ने बताया कि पिछले कई वर्षों से नक्सली संगठन में था पुलिस के लगातार दबाव के कारण आज आत्मसमर्पण किया है पहले रास्ता भटक कर नक्सली में शामिल हुआ था लेकिन आज काफी सुकून मिला है ।
बाइट : – हिमांशु मोहन डीसी लातेहार
बाइट : – अंजनी अंजन एसपी लातेहार
बाइट : – जितेंद्र किसान माओवादी नक्सली
सबरंग समाचार के लिए लातेहार से अशीष वैद्य की रिपोर्ट।