सरना कोड लागू करो के नारों को बुलंद करते हुए #रामगढ़ में सरना धर्म यात्रा का हुआ विदाई
धर्म यात्रा 06 अप्रैल को हजारीबाग के कटकमसांडी से निकाली गई थी जिसका आज रामगढ़ में पूरे जिला भ्रमण के बाद समापन हुआ
सरना कोड लागू करो के नारों को बुलंद करते हुए #रामगढ़ में सरना धर्म यात्रा का हुआ विदाई
धर्म यात्रा 06 अप्रैल को हजारीबाग के कटकमसांडी से निकाली गई थी जिसका आज रामगढ़ में पूरे जिला भ्रमण के बाद समापन हुआ
हजारीबाग से निकली 15 दिवसीय यात्रा में बड़ी तादाद में आदिवासी महिला, पुरुष हुए शामिल
शिक्षा को बढ़ावा देने, नशा को समाप्त करने, आदिवासियों को जागरूक कर राज्य को सशक्त और मजबूत बनाने के उद्देश्य से निकाला गया यात्रा ।
आदिवासियों के हित में आवाज को बुलंद कर, शोभा यात्रा का अगुवाई करने वाले समाज के गणमान्य लोगों को पगड़ी पहना व सरना झंडा देकर सम्मानित किया।
रामगढ़ : आवाज दो हम एक हैं, यथाशीघ्र सरना कोड लागू करो के नारो को बुलंद करते हुए भव्य सरना धर्म यात्रा का रामगढ़ थाना चौंक से हुआ विदाई । यात्रा 06 अप्रैल को हजारीबाग से प्रारंभ होकर आज रामगढ़ पहुचा और जिले के विभिन्न क्षेत्र का भ्रमण किया । इस यात्रा में बड़ी तादाद में पारंपरिक पोशाक पहने आदिवासी पुरुष और महिलाओ ने हिस्सा लिया। आदिवासी, मुलवासीयो ने सरना धर्म यात्रा को भव्य विदाई करते हुए सरना धर्म यात्रा का शोभा बढ़ाया। केंद्रीय आदिवासी सरना प्रार्थना सभा, जय सरना ट्रस्ट के यात्रा का नेतृत्व कर रहे केंद्रीय अध्यक्ष धर्मगुरु श्री कृष्णा उरांव ने एक संदेश
राज्य सरकार को यात्रा के माध्यम से दिया कि हमारे झारखंड राज्य में कई विधायक आदिवासी बहुल क्षेत्र के विकास और इस समाज को नई दिशा उन्नती देने के लिए रखा गया है । किंतु न तो बाकी के पक्ष नेता ओर न तो बिपक्ष नेता को इसकी चिंता है ,25 दिनों के विधानसभासस्त्र चला किंतु सरना कोड के लिए किसीने चुं तक नहीं किया । भाषा जैसे विवाद में फंसाकर रख दिया है । यहां के आदिवासी, मुलनिवासीयो का भला के बारे में सोचते ही नहीं है । यदि सोचा होता तो यहां के लोग दर-दर कि ठोकरे नहीं खा रहे होते । ऐसे विधायक, मंत्री रहने से ही क्या फायदा जो यहां के मुलवासीयो को उनके अधिकार जल,जंगल,जमीन से वंचित रखा जाए , सरकार को उपर उठकर सोचने कि जरुरत है।
यह यात्रा 06/04/2022 से धर्मअड्डा पथलकुदुवा सरना स्थल, प्रखंड-कटकमसांडी, जिला-हजारीबाग से15 दिनों के लिए निकाला गया। यात्रा का उद्देश्य है नशामुक्त व शिक्षित समाज होकर जागरूक रहें। 20 अप्रैल को जिला-रामगढ़ से सरना धर्म यात्रा को भव्य रूप से विदाई दी गई।